आतंक परस्त पाकिस्तान की भारत के खिलाफ एक और खौफनाक साजिश
आतंक परस्त पाकिस्तान की भारत के खिलाफ एक और खौफनाक साजिश का खुलासा हुआ है। भारत में दहशत फैलाने वाले और अपने देश में आतंक की फैक्ट्री चलाने वाले पाकिस्तान अब दूसरे देशों में भी आतंक का कारखाना खोल रहा है। पाकिस्तान की इस नई साजिश का खुलासा म्यामांर से हुआ है। जहां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI रोहिंग्याओं को आतंक की ट्रेनिंग दे रही है।
बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन के जरिए ISI, 40 रोहिंग्याओं को ट्रेनिंग देने में जुटी है। म्यांमार की सीमा से लगे बांग्लादेश के कॉक्स बाजार स्थित रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में ये सभी आतंकी रहते हैं। खास बात ये कि ये सभी आतंकी रात में तो शरणार्थी शिवर में रहते हैं। लेकिन, दिन होते ही ये सभी आतंकी कहीं गायब हो जाते हैं। पाकिस्तान की ये खौफनाक साजिश का खुलासा जर्मन समाचार एजेंसी डी-डब्ल्यू की एक रिपोर्ट से हुआ है।
यहीं नहीं, बांग्लादेश-म्यांमार सीमा में सक्रिय रोहिंग्या आतंकी संगठन अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी यानी एआरएसए को भी पाकिस्तान भरपूर मदद कर रहा है. एआरएसए के आतंकी रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में रहते है। खास बात ये कि ये सभी आतंकी रात में तो शरणार्थी शिवर में रहते हैं। लेकिन, दिन होते ही ये सभी आतंकी कहीं गायब हो जाते हैं।
बताया जा रहा है कि अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी का सरगना अताउल्लाह है जो पाकिस्तान में जन्मा है और सऊदी अरब में पला बढ़ा है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ARSA को ट्रेनिंग दी है। एआरएसए और जेएमबी एक-दूसरे से जुड़ा हुआ आतंकी संगठन है। इसके आतंकियों की ट्रेनिंग के वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल होते हैं। जिसमें आतंकी AK-47, M-16, M-21, M-22 के साथ नजर आते हैं।
इतना ही नहीं ब्रसेल्स में दक्षिण एशिया डेमोक्रेटिक फोरम के रिसर्च डायरेक्टर डॉ. सीगफ्राइड ओ वुल्फ का कहना है कि जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) द्वारा 40 रोहिंग्याओं को आतंकी प्रशिक्षण देने में आईएसआई की संलिप्तता हो सकती है। वह आतंकवाद को पाल-पोस कर अफगानिस्तान व भारत जैसे देशों में हमले कराकर क्षेत्रीय अस्थिरता पैदा करना चाहता है।
आपको बता दें कि ये जेएमबी वहीं आतंकी संगठन है, जिसने 2016 में ढाका के एक कॉफी शॉप पर हमला कर 22 लोगों की हत्या कर दी थी। जिसमें ज्यादातर विदेशी थे। इसके अलावा अराकान रोहिंग्या सॉल्वेशन आर्मी को भी पाकिस्तान की ओर से मदद मिल रही है।