आज से शुरू हो रहा संसद का मानसून सत्र, कई मुद्दों पर हंगामे के आसार
आज से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। यह सत्र 12 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र में संसद की 18 बैठकें होंगी। इस सत्र मे करीब 32 बिल पेश किए जाएंगे। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना है कि इनमें से 18 बिल बिना बहस के पारित नहीं होंगे। दरअसल, इस बार संसद के मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार जताए जा रहे हैं। विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी और अग्निपथ जैसे अहम मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया है। इस बार संसद का मानसून सत्र इसलिए भी खास है क्योंकि आज ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होना है। वहीं राज्यसभा सचिवालय के अनुसार राज्यसभा का सत्र आज 18 जुलाई से शुरू होगा। हंगामेदार होने वाले इस सत्र में कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेर सकती है।
इस बार मानसून सत्र है खास
संसद का यह मानसून सत्र इसलिए भी खास है क्योंकि आज 18 जुलाई को ही राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए वोटिंग है। इस पूरे सत्र में 17 कार्यदिवस हैं, जिनमें सरकार कई विधेयक सदन में पेश करेगी। इनमें पार्लियामेंट्री कमेटी के समक्ष विचार के लिए भेजे गए 4 विधेयक शामिल हैं।
मानसून सत्र को देखते हुए सत्र से एक दिन पहले सरकार ने सभी दलों की बैठक बुलाई। इस बैठक में विपक्ष के दलों ने भी हिस्सा लिया। बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया। उनके साथ मंत्रीमंडल के सहयोगी पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी ने भी बैठक का प्रतिनिधित्व किया।
संसद सत्र से पहले इसलिए बुलाई जाती है सर्वदलीय बैठक
केंद्र सरकार संसद का सत्र शुरू होने से पहले सत्र में बहस के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए और उन मुद्दों पर आम सहमति बनाने के लिए सभी दलों की बैठक आयोजित करती है। इसमें विपक्षी दलों सहित सभी दलों के प्रतिनिधि हिस्सा लेते हैं। कांग्रेस की ओर से कल हुई बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, जयराम रमेश मौजूद रहे। वहीं द्रमुक की ओर से टीआर बालू और तिरुचि शिवा, टीएमसी की ओर से सुदीप बंदोपाध्याय व एनसीपी की ओर से शरद पवार सहित कई दलों के नेता बैठक में उपस्थित रहे।
मानसून सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कई विपक्षी दल नदारद भी रहे। इनमें सपा, बसपा, टीआरएस, नेशनल कांफ्रेंस, एआईएमआईएम और शिवसेना सहित कई विपक्षी पार्टियां नदारद रहीं।