हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने दी श्रद्धांजलि: विभाजन त्रासदी के शहीदों की याद में कुरुक्षेत्र में बनेगा विश्व स्तरीय स्मारक
चंडीगढ़, 14 अगस्त: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने देश के बंटवारे की विभीषिका को याद करते हुए उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने विभाजन के समय नरसंहार की त्रासदी झेली। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पीड़ा हमारी स्मृतियों से कभी मिट नहीं सकती।
कुरुक्षेत्र के मसाना गांव में बन रहे विश्व स्तरीय शहीदी स्मारक के लिए मुख्यमंत्री ने अपने स्वैच्छिक कोष से ₹51 लाख देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस स्मारक का उद्देश्य न केवल उस त्रासदी को याद रखना है, बल्कि भावी पीढ़ियों को भाईचारे और सामाजिक समरसता का संदेश देना भी है।
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस: बंटवारे के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तहत हरियाणा सरकार ने इस दिन को ‘संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना’ के तहत राज्य स्तरीय कार्यक्रम के रूप में मनाने की शुरुआत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सैनी ने कुरुक्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा, “1947 में भारत का विभाजन हमारी आजादी की सबसे बड़ी कीमत थी। इस विभाजन ने करोड़ों लोगों को उजाड़ दिया और लाखों लोग दंगों में मारे गए। माताओं-बहनों पर अत्याचार हुए, और लोग अपनी पुश्तैनी जमीन, कारोबार और घर छोड़ने पर मजबूर हो गए।”
मसाना में बन रहा है 200 करोड़ रुपये का विश्व स्तरीय शहीदी स्मारक
मुख्यमंत्री ने बताया कि कुरुक्षेत्र के मसाना गांव में लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से एक विश्व स्तरीय शहीदी स्मारक बनाया जा रहा है। इसके लिए पंचनद स्मारक ट्रस्ट ने 25 एकड़ भूमि दान की है। यह स्मारक देश के विभाजन में शहीद हुए लाखों लोगों की याद में समर्पित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्मारक न केवल विभाजन की पीड़ा को याद रखेगा, बल्कि नई पीढ़ियों को आपसी सद्भाव और सामाजिक एकता का महत्व भी सिखाएगा। उन्होंने झज्जर में बने स्मृति चौक का भी उल्लेख किया, जो बंटवारे के शहीदों को समर्पित है।
विभाजन की त्रासदी: एक कभी न भूलने वाली पीड़ा
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभाजन के दौरान हुई त्रासदी पर बनी लघु फिल्म का जिक्र करते हुए कहा कि इसे देखकर विभाजन के समय की पीड़ा का एहसास होता है। उन्होंने कहा, “जो लोग उस त्रासदी के गवाह रहे हैं, उनके दर्द को कभी नहीं भुलाया जा सकता।”
हरियाणा का विशेष योगदान
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाजन के बाद हरियाणा में आए लोगों ने अपनी मेहनत से न केवल अपने जीवन को फिर से संवारा, बल्कि हरियाणा को विकास के पथ पर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पंचनद स्मारक ट्रस्ट के प्रयासों की सराहना
मुख्यमंत्री ने पंचनद स्मारक ट्रस्ट के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने 2016 में गया तीर्थ पर सामूहिक पिंडदान करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपील की कि इस त्रासदी से सबक लेते हुए लोग प्रेम, भाईचारा और सामाजिक एकता को मजबूत करें।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में पंचनद स्मारक ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी धर्मदेव जी, शिक्षा राज्य मंत्री सीमा त्रिखा, शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री सुभाष सुधा, और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।