25 मिनट में दिल्ली से गुरुग्राम पहुंचें, 7 पॉइंट में जानें देश के सबसे छोटे द्वारका एक्सप्रेस-वे के फीचर्स
टनल, अंडरपास, फ्लाईओवर, फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर, दिल्ली से गुरुग्राम का सफर भी सिर्फ 25 मिनट में पूरा होगा। जी हां, देश के सबसे छोटे द्वारका एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्सप्रेस-वे को देशवसियों को समर्पित किया।
यह पहला एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे है, जिसमें सिंगल पिलर पर 8 लेन बनाई गई हैं। 9 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे को बनाने में 9 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इस एक्सप्रेस-वे पर 34 मीटा चौड़ा एलिवेटिड रोड भी बना है, जो देश का पहला एलिवेटिड रोड है, जिससे दिल्ली से गुरुग्राम तक का सफर काफी खूबसूरत हो जाएगा।
Dwarka Expressway.. New India's 🇮🇳 Modern Expressway!
Hon. PM Shri @narendramodi will inaugurate 🇮🇳's first elevated expressway – #DwarkaExpressway 🛣 today.
This is #ModiKiGuarantee !#PragatiKaHighway #GatiShakti #NewIndia #PMModi #ModiHaiToMumkinHai… pic.twitter.com/yYTRgVgvxz
— Prakash Javadekar (Modi Ka Parivar) (@PrakashJavdekar) March 11, 2024
25 मिनट लगेंगे दिल्ली से गुरुग्राम जाने में
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस एक्सप्रेस-वे से ट्रैफिक का दबाव कम होगा। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) से गुरुग्राम की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। दिल्ली से गुरुग्राम पहुंचने में सिर्फ 25 मिनट लगेंगे। मानेसर से सिंघु बॉर्डर तक पहुंचने में 45 मिनट लगेंगे। नेशनल हाईवे-8 पर ट्रैफिक जाम नहीं होगा। 10 लाख से ज्यादा वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। गुरुग्राम के 35 से अधिक सेक्टरों और करीब 50 गांवों की हाईवे से कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
एक्सप्रेस-वे 4 हिस्सों में बनया जाएगा
- दिल्ली में महिपालपुर के शिव मूर्ति से बिजवासन तक (5.9 किलोमीटर)
- बिजवासन ROB से गुरुग्राम में दिल्ली-हरियाणा सीमा तक (4.2 किलोमीटर)
- दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से बसई ROB तक (10.2 किलोमीटर)
- बसई ROB से खेड़की दौला (क्लोवरलीफ इंटरचेंज) तक (8.7 किलोमीटर)
द्वारका एक्सप्रेस-वे की अन्य खासियतें…
- दिल्ली-रेवाड़ी रेल लाइन को गुरुग्राम के सेक्टर-88 (B) से जोड़ेगा।
- गुरुग्राम में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी को दिल्ली के द्वारका सेक्टर-21 से जोड़ेगा।
- हरियाणा वाले एक्सप्रेस-वे की लंबाई 18.9 किलोमीटर, दिल्ली में 10.1 किलोमीटर है।
- 2 लाख MT स्टील का इस्तेमाल हुआ, जो एफिल टावर में इस्तेमाल स्टील से 30 गुना ज्यादा है।
- 20 लाख CUM कंक्रीट का इस्तेमाल हुआ, जो बुर्ज खलीफा के मुकाबले 6 गुना ज्यादा है।
- 23 किलोमीटर हिस्से में एलिवेटेड रोड और 4 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड टनल बनी है।
- एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, हाईटेक टोल मैनेजमेंट सिस्टम, CCTV कैमरे लगे हैं।