कोरोना से बिगड़ते हालात पर पीएम मोदी का आज करेंगे महामंथन, सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों के सीएम के साथ करेंगे बैठक

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इस समय पूरी दुनिया चीनी वायरस कोरोना की चपेट में हैं। दुनियाभर में जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 करोड़ के पार पहुंच गई है, वहीं भारत में संक्रितों की संख्या 56 लाख से ज्यादा हो गई है, जबकि मृतकों की संख्या 90 हजार के पार पहुंच गई है।

देश में कोरोना से बिगड़ते हालात पर प्रधानमंत्री मोदी की पैनी नजर है और वो लगातार हालात की समीझा करते रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री मोदी आज सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं। ये वो राज्य हैं जहां कोरोना संक्रमण की स्थिति चिंताजनक है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक करने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री के साथ इस बैठक में महाराष्ट्र, यूपी, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और पंजाब के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। इन सातों राज्यों पर पीएम मोदी का खास फोकस है। पंजाब और दिल्ली में हाल में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़े हैं। महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली में कोरोना से मौतों की दर भी 2 प्रतिशत तक बढ़ी है।

पंजाब और उत्तर प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट नेशनल एवरेज 8.52%.से भी ज्यादा है। कोरोना की स्थिति पर पीएम मोदी नियमित रूप से मीटिंग करते रहे हैं, पिछली मीटिंग 11 अगस्त को हुई थी, जिसमें सबसे ज्यादा प्रभावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले हैं। जबकि देश के 63 प्रतिशत से ज्यादा कोविड-19 के सक्रिय मामले इन्हीं सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश से हैं। यहीं से कुल 65.5 प्रतिशत कंफर्म केस और 77 प्रतिशत मौतें भी सामने आई हैं।

प्रधानमंत्री नियमित रूप से महामारी के हालातों की समीक्षा के लिए बैठक का आयोजन करते रहे हैं। खासतौर पर जिन राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना संक्रमण के हालात ज्यादा गंभीर हैं, वहां प्रधानमंत्री का ध्यान ज्यादा केंद्रित रहा है।

उन्होंने आखिरी बार 11 अगस्त को कोविड-19 (कोरोना वायरस) समीक्षा बैठक आयोजित की थी, जिसमें 10 सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रतिनिधियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शिरकत की थी। इन राज्यों में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, गुजरात, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश शामिल थे।