मेहुल चोकसी ने कर्मचारियों को लिखी चिट्ठी, कहा- सैलरी देना मुश्किल
बैंकिंग इंडस्ट्री के सबसे बड़े फ्रॉड के आरोपी मेहुल चौकसी ने अपने कर्मचारियों को एक पत्र लिखा है। इसमें मेहुल ने कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और अंत में जीत सच्चाई की ही होगी। शनिवार को मेहुल के वकील संजय एबट ने लेटर को रिलीज किया। बता दें कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चौकसी 11,400 करोड़ के पीएनबी बैंक धोखाधड़ी में आरोपी हैं। इन लोगों पर पीएनबी के अफसरों से मिलिभगत कर फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में कई हजार करोड़ की रकम ट्रांसफर करने का आरोप है।
मेहुल ने चिट्ठी में क्या लिखा?
मेहुल ने लेटर में कहा, ‘मैं अपनी नियति के लिए तैयार हूं। मैं जानता हूं कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया और अंत में जीत सच्चाई की ही होगी।’ मेहुल ने लिखा है ‘जिस तरह से कई सारी जांच एजेंसियों/सरकारी एजेंसियों ने हमारी कंपनियों को बंद कराने के लिए तबाही मचाना शुरू किया है, उससे मुझे बहुत सारी दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है।’
चोकसी के 3500 से भी ज्यादा कर्मचारी
खत में मेहुल चोकसी ने अपने 3500 से भी ज्यादा कर्मचारियों को संबोधित करते हुए लिखा है ‘अब उसके लिए कर्मचारियों को सैलरी दे पाना बहुत मुश्किल है। पत्र में लिखा गया है कि जांच एजेंसियों की तरफ से उसके बैंक खाते और अन्य संपत्ति को जब्त किए जाने से वेतन देने में दिक्कत हो रही है। उसने इसमें यह भी कहा है कि स्थिति सामान्य होने पर मैं आपका बकाया भुगतान जरूर करूंगा।
नीरव मोदी का पीएनबी को खत
मेहुल चौकसी से पहले हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने पीएनबी मैनेजमेंट और अपने कर्मचारियों के नाम खत लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि पीएनबी ने जल्दबाजी में मामले को उजागर कर दिया जिससे उनका धंधा और ब्रांड दोनों चौपट हो गए। जिसके चलते रिकवरी के सारे रास्ते भी बंद हो गए।
नीरव ने कंपनी से जुड़े कर्मचारियों से सैलरी ना दे पाने और नई जॉब ढूंढने के लिए कहा था। खत में नीरव ने पीएनबी से मांग की थी उनके खातों में पड़ी रकम से 2200 कर्मचारियों को भुगतान कर दिया जाए।
क्या है पूरा मामला?
पंजाब नेशनल बैंक ने पिछले दिनों सेबी और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 11400 करोड़ रुपए के घोटाले के जानकारी दी थी। घोटाला पीएनबी की मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में हुई। शुरुआत 2011 से हुई। 8 साल में हजारों करोड़ की रकम फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई।
2017 में फोर्ब्स की अमीर भारतीयों की लिस्ट में शामिल नीरव मोदी इस फ्रॉड के केंद्र में हैं। मोदी का मामा मेहुल चोकसी भी आरोपी है। चौकसी गीतांजलि ग्रुप चलाता है। ग्रुप की तीन कंपनियों गीतांजलि जेम्स, गिली इंडिया और नक्षत्र के खिलाफ फ्रॉड केस दर्ज हुए हैं।