संसद के मानसून सत्र के लिए कवायद तेज, दो गज दूरी के साथ संसद में बैठेंगे सांसद
संसद के मानसून सत्र के लिए कवायद तेज हो गई है। कोरोना काल में संसद का मानसून सत्र कैसा होगा और कैसे चलेगा राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला लगातार बैठक कर रहे हैं और उस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि महामारी के चलते संसद का मानसून सत्र कैसे चलेगा। जानकारी के मुताबिक 31 अगस्त या सितंबर के पहले हफ्ते से सांसद का मॉनसूत्र शुरू हो सकता है। सोशल डिस्टनसिंग के नियम का पालन करते हुए राज्यसभा सदन और वहां की गैलरी में 127 सदस्यों ही बैठ सकते हैं जबकि लोकसभा सदन और वहां की गैलरी में 290 सदस्यों को बिठाया जा सकता है। यानी 4 सीट छोड़ कर एक सांसद बैठेंगे। यानी एक समय में लोकसभा और एक समय राजसभा चलाया जाएगा।
जो सहमति बनी है उसके हिसाब से सुबह चार घंटे लोकसभा चलेगी और फिर लंच के बाद 4 घंटे राज्यसभा चलेगी।जरूरत पड़ी तो सत्र चलाने के लिए सेंट्रल हॉल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लोकसभा के वक़्त सदन की करवाई लोकसभा में चलेगी और लोकसभा के बाकी सदस्य राज्यसभा में भी बैठेंगे । और जब राज्यसभा चलेगा तो सदनं की करवाई राज्यसभा में होगी और बाकी सदय लोकसभा के सदन और गैलरी में बैठेंगे।
सदन की करवाई में हिस्सा लेने के लिए दोनों सदनं में एलईडी स्क्रीन लगाया जाएगा ताकि दूसरे सदनं में बैठे सदय अपने सदनं की करवाई देख सकें। सोशल डिस्टनसिंग की वजह से प्रश्नकाल में जिसका प्रश्न होगा वो सदन में बैठेगा बाकी सदस्य दूसरे सदनं में। अगर वोटिंग की स्थिति आती है तो वोटिंग पेपर पर कराया जाएगा। इसके अलावा सांसदों से भी कहा गया है कि वो अपने पीए और पीएस को लेकर संसद भवन ना आएं। भीड़ ना हो उसके लिए मानसून सत्र के दौरान स्तर की करवाई देखने आने वाले दर्शको पर भी रो लगाई गई है। मीडिया की संख्या को बजी कम किया जा रहा है।