गरीब और अमीर से था मतलब, दोनों के बीच बढ़ रहा गैप,’ राहुल गांधी के दो भारत वाले बयान पर बोले कांग्रेस नेता खड़गे
विदेश मंत्री एस जयशंकर के कांग्रेस नेता राहुल गांधी को इतिहास याद दिलाने वाले बयान के बाद अब कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ) का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, इस सरकार से पहले भी जयशंकर सेवा में थे तब तब ऐसा नहीं कहा, कमियों को उजागर करना विपक्ष की जिम्मेदारी है. उन्होंने राहुल गांधी के दो भारत के ट्वीट पर सफाई देते हुए कहा, 2 भारत का मतलब है- एक अमीरों के लिए और एक गरीबों के लिए, और दोनों के बीच गैप बढ़ता जा रहा है. इसे कम करने का कोई प्रावधान नहीं है. एक तरफ, केवल 100 लोगों के पास देश की संपत्ति का 30% है जबकि 70% लोगों के पास शेष संपत्ति है.
दरअसल राहुल गांधी ने लोकसभा में सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था, ‘भारत का रणनीतिक लक्ष्य चीन और पाकिस्तान को अलग रखना होना चाहिए था, लेकिन आपने जो किया है वो उन्हें एक साथ ले आया. हम जिस स्थिति का सामना कर रहे हैं उसे कम मत समझिए. यह भारत के लिए एक गंभीर खतरा है.’नरेंद्र मोदी सरकार में दो हिंदुस्तान बन गए हैं जिनमें से एक अमीरों और दूसरा गरीबों का है. उन्होंने कहा, ‘दोनों के बीच की खाई चौड़ी हो रही है.’
मल्लिकार्जुन खड़गे का ट्वीट
On Rahul Gandhi's '2 Indias' remark: Mallikarjun Kharge LoP RS says, "2 India means- one for the rich & one for the poor, & the gap is only widening. No provision to reduce it. On one hand, only 100 people own 30% of country's property while 70% people have remaining property." pic.twitter.com/qzTbdNDbUI
— ANI (@ANI) February 3, 2022
जयशंकर ने दिलाई इतिहास की याद
इस आरोप पर विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) के नेतृत्व में शीर्ष केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने बुधवार को राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने ट्वीट किया कि 1970 के दशक से, दोनों देशों के बीच घनिष्ठ परमाणु सहयोग भी था. 2013 में, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शुरू हुआ तो, अपने आप से पूछें: क्या चीन और पाकिस्तान तब दूर थे? कुछ ऐतिहासिक सबक इस प्रकार हैं: 1963 में, पाकिस्तान ने अवैध रूप से शक्सगाम घाटी को चीन को सौंप दिया ; चीन ने 1970 के दशक में पीओके के रास्ते से काराकोरम राजमार्ग का निर्माण किया.’
राहुल ने गणतंत्र दिवस समारोह के अतिथि को लेकर कसा तंज
वहीं राहुल ने यह भी दावा किया था कि भारत के पास इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अतिथि नहीं था, क्योंकि देश ‘पूरी तरह से अलग और घिरा हुआ है.’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी अपने आप से पूछें कि गणतंत्र दिवस पर आपको मेहमान क्यों नहीं मिल पा रहे हैं. जयशंकर ने कहा, ‘लोकसभा में, राहुल गांधी ने कहा कि हमें गणतंत्र दिवस के लिए एक विदेशी अतिथि नहीं मिल सका. भारत में रहने वाले जानते हैं कि हम एक कोरोना लहर के बीच में थे. 5 मध्य एशियाई राष्ट्रपति, जो आने वाले थे, उन्होंने 27 जनवरी को एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन किया. क्या राहुल गांधी को भी ये याद है?