September 22, 2024

मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच राहुल का केंद्र पर निशाना, कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने में व्यस्त PMO

मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएमओ पर कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है। इससे पहले राहुल गांधी ने लोकसभा परिसर में ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साठ मीटिंग करके मध्य प्रदेश के हालात पर चर्चा की।

आप कांग्रेस की सरकार गिराने में बिजी हैं- राहुल गांधी

राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट करके पीएमओ से कहा, ‘आप कांग्रेस की चुनी हुई सरकार में व्यस्त हैं इसलिए वैश्विक स्तर तेल की कीमतों में हुई 35 पर्सेंट की कमी को भूल गए होंगे। क्या आप कृपा करके भारत के लोगों को भी इसका फायदा दे सकते हैं और पेट्रोल की कीमतों को 60 रुपये से नीचे ला सकते हैं? इससे इकॉनमी को बूस्ट करने में मदद मिलेगी।’ वहीं, बजट सत्र के दूसरे चरण के लिए संसद पहुंचे राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्‍य सिंधिया से जुड़े सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।

कांग्रेस से सिंधिया का इस्तीफा 

इससे पहले 10 मार्च को मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अमित शाह और पीएम मोदी से मुलाकात कर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सिंधिया ने लिखा था कि वो अपने राज्य और देश की सेवा करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस में रहते हुए उनके लिए यह करना मुमकिन नहीं है। अब कांग्रेस पार्टी ने सिंधिया के इस बयान पर हमला बोला है। कांग्रेस ने उनके 18 साल के राजनीतिक करियर में क्या-क्या दिया वो याद दिलाया है। बता दें कि मध्य प्रदेश में अब तक 22 कांग्रेसी विधायकों ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

बीजेपी अपने विधायकों को मानेसर तो कांग्रेस अपने विधायकों को ले जा रहे जयपुर

दूसरी तरफ मध्य प्रदेश का पॉलिटिकल ड्रामा रिजॉर्ट पॉलिटिक्स की ओर बढ़ रहा है। कांग्रेस के लगभग 20 विधायक पहले से ही बेंगलुरु के एक होटल में हैं। अब बीजेपी अपने विधायकों को मानेसर और कांग्रेस अपने विधायकों को जयपुर ले जा रहा है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस छोड़ने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया जल्द ही भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं।

जानें क्या स्थिति है मध्य प्रदेश में

मध्य प्रदेश में कुल विधायकों की कुल संख्या 230 है। फिलहाल दो विधानसभा सीटें खाली हैं। मतलब अभी कुल सीटें हैं 228 यानी राज्य में किसी सरकार को बहुमत के लिए चाहिए 115 सीटें। कांग्रेस पहले से 121 विधायकों के सरकार के समर्थन का दावा करती रही है, लेकिन अब 20 से ज्यादा विधायकों ने राज्यपाल को इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में अगर इन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होता है तो कमलनाथ की सरकार गिरना तय है।


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