राहुल गांधी उम्मीद की नई किरण के रूप में सामने आए:कांग्रेस कार्यसमिति
राहुल गांधी उम्मीद की नई किरण के रूप में सामने आए और पार्टी का नेतृत्व किया. इसके लिए पार्टी ने उनका धन्यवाद किया. लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने इसकी ज़िम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा दिया था. उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया गया है. हालांकि उनसे गुज़ारिश की गई है कि वो पार्टी को आगे भी रास्ता दिखाते रहें.
कार्यसमिति ने कांग्रेस के सभी प्रदेश नेताओं के विचार जाने और प्रस्ताव पारित किया कि सभी की इच्छा है कि राहुल अपने पद पर बने रहें. राहुल गांधी को इस्तीफ़ा वापिस लेने के लिए अपील की गई जिसे उन्होंने ठुकरा दिया और कहा कि ज़िम्मेदारी की कड़ी की शुरुआत उनसे होनी चाहिए. सोनिया गांधी से अपील की गई कि वो पार्टी का कार्यभार संभालें. और उन्हें तब तक के लिए पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष चुना गया है जब तक एक पूर्णकालिक अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो जाता.
बैठक के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया को बताया कि बैठक में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा हुई.राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को चुनने के लिए चल रही बैठक के बीच में जम्मू कश्मीर के कुछ इलाकों में हिंसा होने और कुछ लोगों की मौत की ख़बरें आईं जिसक बाद उन्हें वहां बुलाया गया.