September 21, 2024

मिशन 2022ः राहुल गांधी की रैली तय करेगी उत्तराखण्ड में हवा का रुख, कांग्रेस प्रस्तावित रैली को सफल बनाने में जीजान से जुटी

दस्तावेज स्टाफ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 16 दिसंबर की देहरादून में होने वाली है। कांग्रेस इस विधान सभा चुनाव में मोदी मैजिक बना कांग्रेस की बजाय उत्तराखण्डियत बनाम भाजपा के मुद्दे पर चुनाव मैदान मे उतरने जा रही है। परेड ग्राउण्ड में प्रधानमंत्री मोदी का गढ़वाली में भाषण दिया जाना कांग्रेस की इस दिशा में पहली जीत बताई जा रही है। लिहाजा राहुल गांधी की चुनावी रैली के लिए कांग्रेस चार दिसंबर को हुई पीएम नरेंद्र मोदी की रैली को आधार बनाकर तैयारी कर रही है। राहुल गांधी की जनसभा में उत्तराखंड की लोक संस्कृति के रंग भी नजर आएंगे। सभा में भीड़ जुटाने के लिए कांग्रेस ने सभी पदाधिकारियों, टिकट दावेदारों को भी भीड़ जुटाने का टारगेट दे दिया है।

प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट को सभी व्यवस्थाओं की देख-रेख की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने दो टूक कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने साथ जितने भी लोग ला सकता है, उसकी सही-सही संख्या नोट कराए, भावावेश में ज्यादा बताने की जरूरत नहीं है।

पारंपरिक वेशभूषा में आएंगी महिलाएं

जनसभा के लिए गोदियाल ने पार्टी की वरिष्ठ महिला पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि वो पांरपरिक वस्त्र-आभूषण के साथ ही अपनी टीम लाएं। प्रदेश सचिव शांति रावत, परिणिता बडोनी, गढ़वाल मंडल मीडिया प्रभारी गरिमा महरा दसौनी ने इस पर सहमति जताई।

राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में 16 को आयोजित होने वाली कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली को सफल बनाने के लिए पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। रैली की सफलता के लिए विधायकों, पूर्व विधायकों सहित प्रदेशभर के तमाम पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं। पार्टी का पूरा फोकस इस बात पर है कि गत दिनों हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से राहुल गांधी की रैली किसी भी लिहाज से कमतर नहीं दिखनी चाहिए। पार्टी पीएम मोदी की रैली से अधिक भीड़ जुटाने की जुगत में है।

जिलावार हुई पदाधिकारियों की बैठकें

बुधवार को पार्टी प्रदेश कार्यालय में राहुल गांधी की रैली को सफल बनाने के लिए सुबह 11 बजे से बैठकों का दौर देर शाम तक चलता रहा। इस दौरान कोर कमेटी के सदस्यों ने बारी-बारी जिलावार प्रदेश पदाधिकारियों की बैठकें लीं।

पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रभारी देवेंद्र यादव, सह प्रभारी दीपिका पांडेय सिंह और पूर्व सीएम हरीश रावत की अध्यक्षता और कोर कमेटी के सदस्यों की मौजूदगी जिलावार पदाधिकारियों से मंत्रणा की गई। इसमें सांसद, पूर्व सांसद, एआईसीसी पदाधिकारी एवं सदस्य, एआईसीसी की ओर से नामित लोकसभा एवं जिला पर्यवेक्षक, प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी, संगठनात्मक जिलों के अध्यक्षों, विधायकों, पूर्व विधायकों, 2017 के विधानसभा प्रत्याशियों, 2022 के दावेदार, ब्लाक, नगर कांग्रेस अध्यक्ष, न्याय पंचायत प्रभारी शामिल हुए।

राहुल गांधी की रैली तय करेगी हवा का रुख

विधानसभा चुनाव-2022 से पहले कांग्रेस पार्टी के किसी बड़े नेता की उत्तराखंड में यह पहली रैली होने जा रही है। अब पार्टी प्रदेश पदाधिकारियों के लिए राहुल की रैली को सफल बनाना बड़ी चुनौती है। पार्टी रणनीतिकारों का मानना है कि राहुल की यह रैली आगामी विधानसभा के चुनाव में हवा का रुख तय करेगी। चार दिसम्बर को हुई पीएम मोदी की रैली को पार्टी यह कहकर प्रचारित कर रही है कि अब मोदी का जादू खत्म हो गया है। उनके कद के मुताबिक न तो भीड़ जुटी और न ही लोगों ने उन्हें पहले वाले अंदाज में सुना। ऐसे में राहुल गांधी की रैली में बड़े पैमाने पर भीड़ जुटाकर पार्टी राज्य में सत्ता बदलाव के रूख को संदेश की तरह प्रसारित करना चाहती है।


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