हत्या, खुदकुशी या हादसा…जोधपुर में पाक से आए 11 हिंदू शरणार्थियों की मौत पर सस्पेंस
राजस्थान के जोधपुर में एक ही परिवार के 11 पाक शरणार्थियों के शव मिलने से रविवार को हड़कंप मच गया. देचू के लोड़ता गांव में यह परिवार रात को खाना खाकर सोया था और सुबह उठा ही नहीं. 12 लोगों का यह परिवार 6 साल पहले पाकिस्तान से भारत आकर बसा था. परिवार का सिर्फ एक सदस्य जिंदा बचा है. फिलहाल यह साफ नहीं है कि यह हत्या है, खुदकुशी है या फिर हादसा है.
जिंदा बचे शख्स ने क्या बताया
12 लोगों के इस पाक शरणार्थी परिवार में सिर्फ केवलराम ही बचे हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केवलराम ने बताया कि शनिवार शाम उन सभी ने एकसाथ खाया था. फिर रात करीब 11 बजे जब सब सो गए तो वह खेत पर चले गए. वहां वह नीलगाय से खेतों की रखवाली करने गए थे. वहां उन्हें भी नींद आ गई थी. फिर जब वह सुबह उठकर आए तो देखा कि सभी लोग सोए हुए थे. केवलराम के मुताबिक, उनकी लाख कोशिशों के बाद भी कोई नहीं उठा तो वह डर गए.
हत्या का शक, कीटनाशक मिले
इस मामले में सबसे ज्यादा शक हत्या का ही है. दरअसल, कमरे में कुछ सीरिंज भी मिली हैं और वहां कीटनाशक जैसी बदबू भी आ रही थी. यह भी सामने आया है कि केवलराम और उसके भाई की अपनी पत्नियों से नहीं बनती है. दोनों अलग ही रहती हैं. दोनों पर पत्नियों ने केस भी दर्ज करवाया हुआ है.
सुसाइड नोट भी मिला है
मौके पर मिले सुसाइड नोट ने भी सस्पेंस बढ़ा दिया है. इसमें घरेलू कलेश को वजह बताया गया है. लिखा है कि केवलराम के ससुराल वालों की शिकायतों पर पुलिस उन्हें परेशान करती थी. ये सुसाइड नोट प्रिया के शव के पास से मिला है जो नर्स थी. सुसाइड नोट मिलने की बात रिश्तेदार मलका ने कही है लेकिन पुलिस ने फिलहाल इसे सार्वजनिक नहीं किया है.
फूड पॉइजनिंग का शक
सभी ने रात में सोने से पहले खाना खाया था इस वजह से मामले में फूड पॉइजनिंग का शक भी जताया जा रहा है. हालांकि, इसके चांस कम हैं क्योंकि वही खाना खानेवाला केवलराम जिंदा बचे हुए हैं.