गणतंत्र दिवस पर दुनिया देखेगी भारत की ‘ताकत’, आसमान में गरजेंगे राफेल और जगुआर, 75 लड़ाकू विमान भरेंगे उड़ान

Rafale

भारत में गणतंत्र दिवस  पर होने वाली परेड ना केवल देश के भीतर काफी पसंद की जाती है, बल्कि दुनियाभर में भी इसकी चर्चा होती है. लेकिन इस साल ये दिन पहले से भी ज्यादा खास होने वाला है. 26 जनवरी को आजादी का अमृत महोत्सव के जश्न के तहत 75 लड़ाकू विमान उड़ान भरेंगे. यह राजपथ पर होने वाला अब तक का सबसे भव्य फ्लाईपास्ट होगा. इस बात की जानकारी भारतीय वायु सेना पीआरओ विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने दी है.

पांच राफेल लड़ाकू विमान करतब दिखाने के साथ ही अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे. पहली बार नौसेना के MiG29K और P8I लड़ाकू विमान भी हिस्सा ले रहे हैं. विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘भारतीय वायुसेना, थल सेना और नौसेना के विमानों सहित 75 लड़ाकू विमानों के साथ गणतंत्र दिवस परेड के दौरान राजपथ पर होने वाला यह अब तक का सबसे भव्य फ्लाईपास्ट होगा. 17 जगुआर विमान अमृत महोत्सव के 75वें वर्ष की आकृति बनाते हुए आसमान में दिखाई देंगे.’

कौन से विमान भरेंगे उड़ान?

धव्ज फॉरमेशन (परेड के साथ ) के 4 MI-17v5 हेलिकॉप्टर, रुद्र फॉरेमेशन के (परेड के साथ ) 4 एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर, परेड के बाद फ्लाइट पास्ट के दौरान- राहत फॉर्मेशन के 5 ALH एरो फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे. दूसरा फॉरमेशन- मेघना (71 युद्ध की याद में) 1 चिनूक और 4 Mi-17 एरो फॉरमेशन में उड़ेंगे. तीसरा फॉरमेशन एकलव्य का 1 Mi 35 हेलिकॉप्टर और चार अपाचे हेलिकॉप्टर एरो फॉरमेशन में उड़ान भरेंगे. चौथा फॉरमेशन- तंगेल (71 के युद्ध में तंगेल एयर ड्राप की याद में) 1 डकोटा विंटेज ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और 2 डॉर्नियर एयरक्रफ्ट विग फॉरमेशन में उड़ान भरेंगे.

पांचवां फॉरमेशन- तरन 3 C-130 विग फॉरमेशन, छठा फॉरमेशन नेत्रा का 1 अवैक्स एयरक्रफ्ट, 2 सुखोई और 2 मिग 29 के साथ एरो फॉरमेशन में उड़ान भरेंगे. सातवां फॉरमेशन- विनाश, 5 रफाल फाइटर एरो फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे. आठवां फॉरमेशन- बाज, एक रफाल, 2 मिग 29, 2 जैगुआर, 2 सुखोई, नौवां फॉरमेशन- त्रिशूल, 3 सुखोई उड़ान भरते हुए त्रिशूल का आकार बनाएंगे, दसवां फॉरमेशन- वरुणा, नौसेना के लॉन्ग रेंज पेट्रोलिंग एयरक्रफ्ट P8i और नौसेना के मिग 29 K के साथ उड़ेंगे.

ग्यारहवां फॉरमेशन- तिरंगा 5 ALH उड़ान भरेंगे, बारहवां फॉरमेशन- विजय एक रफाल उड़ान भरते हुए आएगा और राष्ट्रपति के सामने से वर्टिकल चार्ली मनूवरिंग करेगा. तेरहवां फॉरमेशन- अमृत फॉर्मेशन 17 जगुआर एक साथ 75 अंक के आकार में उड़ान भरेंगे. इस गणतंत्र दिवस परेड में वायुसेना के मार्चिग दस्ते में 4 अफसर और 96 वायुसैनिक हिस्सा लेंगे. वायुसेना के बैंड में कुल 72 म्यूजिशियन और 3 ड्रमर हिस्सा ले रहे हैं.

इस बार कम लोग हो सकेंगे शामिल

रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने शनिवार को पीटीआई को बताया कि राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए इस साल परेड में केवल 24 हजार लोगों को ही शामिल होने की अनुमति है. उन्होंने कहा कि इससे पहले 2020 में करीब 1.25 लाख लोगों को शामिल होने की अनुमति थी. यानी भारत में कोरोना वायरस महामारी शुरू होने से पहले. इस बार गणतंत्र दिवस उत्सव अब 24 जनवरी के बजाय 23 जनवरी से शुरू हो रहा है, क्योंकि इस दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) की जयंती मनाई जाती है.

इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में एक खास गैलरी भी आकर्षण का केंद्र रहेगी. राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय द्वारा संस्कृति मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के सहयोग से भुवनेश्वर और चंडीगढ़ में कलाकुंभ का आयोजन किया गया था, जिसमें देश के विभिन्न कलाकारों ने हिस्सा लिया था. जिसके तहत देश की आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले गुमनाम नायकों के चित्र तैयार किए गए हैं, जिनमें उनकी वीरता और संघर्ष की कहानियों को प्रदर्शित किया गया है.

इन चित्रों को गणतंत्र दिवस की मौके पर राजपथ पर प्रदर्शित किया जाएगा. भुवनेश्वर और चंडीगढ़ में 75 मीटर के कुल 10 स्क्रोल कैनवस पर चित्र बनाए गए, जिनकी कुल लंबाई 750 मीटर से भी अधिक है. इन स्क्रॉल्स को गणतंत्र दिवस, 2022 के मौके पर राजपथ पर कलात्मक रूप से प्रदर्शित किया जाएगा.

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