अच्छी खबर:रेमेडेसिवर ने जगाई बड़ी उम्‍मीद, जल्दी ठीक होने लगे कोरोना मरीज

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कोरोना वायरस के कहर के बीच एक अच्छी खबर आ रही है. दुनिया में कोहराम मचा रहे इस वायरस से लड़ाई में कामयाबी मिलती दिख रही है. अमेरिकी वैज्ञानिक ने दावा किया है कि रेमेडेसिवर नामक दवा कोविड-19 के खिलाफ कारगर हो सकती है. इसके ट्रायल में मरीज की रिकवरी का समय कम हुआ है. यह बेहद सकारात्मक खबर है. दुनिया में अब तक कोरोना वायरस की वजह से 2.30 लाख लोग मारे जा चुके हैं.

अमेरिकी कंपनी गिलियड साइंसेज के मुताबिक रेमेडेसिवर का अभी क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है, जो उम्मीद जगाने वाला है. अमेरिका का फेडरल फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) इस पर कब तक कोई फैसला ले सकता है? इस सवाल पर अमेरिकी वैज्ञानिक एंथनी फासी कहते हैं, ‘यह एक दवा है, जो कोविड-19 के खिलाफ अच्छा असर दिखा रही है. इससे रिकवरी टाइम घटा है. इससे मरीज के साथ-साथ मेडिकल स्टाफ व अस्पतालों को भी फायदा होगा. मरीज जल्दी ठीक होकर घर लौट सकेंगे. लेकिन अभी हम यह नहीं कह सकते कि इससे हर रोगी ठीक हो जाएगा.’

मेडिकल साइंस से जुड़ी यह खबर उम्‍मीदें जगाने के लिहाज से पर्याप्‍त है. इस पर दुनियाभर के विशेषज्ञों की नजर है. यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का के डॉक्टर आंद्रे कलील भी इससे उत्साहित हैं. उन्होंने रेमेडेसिवर जुड़े कई सवालों के जवाब दिए. इस दवा से कितना फायदा होगा? इस सवाल के जवाब में डॉ. कलील कहते हैं, ‘इससे मरीजों की रिकवरी में 31 फीसदी कमी आई है. जिन मरीजों को 15 दिन तक अस्पताल में रखा जा रहा था, उन्हें इस दवा के बाद 10-11 दिन में ही छुट्टी दी जा सकती है.’ हालांकि, इस दवा से मौत के आंकड़ों में ज्यादा कमी नहीं आई. इस दवा के बाद 8 फीसदी लोगों की जान गई, जबकि बाकी दवाओं यह आंकड़ा 11.6 फीसदी का है. यानी, दोनों में बहुत अंतर नहीं है.

यह दवा कब तक उपलब्ध हो जाएगी? डॉ. कलील ने इसके जवाब में कहा, ‘अभी तक इस दवा को एप्रूवल नहीं मिली है. एफडीए इसे इमरजेंसी के तौर पर तुरंत उपलब्ध करा सकता है. इससे इस दवा को और मरीजों को दिया जा सकेगा और इसके बारे में और स्पष्ट नतीजे मिल सकेंगे. एफडीए ने ऐसा ही कदम हाइड्रोक्लोरोक्वीन को लेकर उठाया था. तब भी यह तय नहीं था कि हाइड्रोक्लोरोक्वीन कितनी कारगर दवा है.’

रेमेडिसिवर कितनी संख्या में उपलब्ध है? इस सवाल के जवाब में दवा बनाने वाली कंपनी के चेयरमैन डेनियल ओडे ने बुधवार को कहा था, ‘अभी हमारे पास करीब 1.40 लाख लोगों के इलाज के लिए दवा मौजूद है. कंपनी की योजना अक्टूबर तक 5 लाख ट्रीटमेंट के लिए दवा बनाने का है. दिसंबर तक यह संख्या 10 लाख पहुंच जाएगी.’