December 5, 2024

सहारा: उत्तराखंड के 50 हजार प्रवासी पहुंच चुके अपने घर, यात्रियों के टिकट का खर्च सरकार कर रही वहन

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देहरादून। दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों को लाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की पहल पर भारतीय रेलवे ने 10 ट्रेनों के संचालन को मंजूरी दी है। जिसमें सूरत से एक ट्रेन काठगोदाम, दूसरी पुणे से हरिद्वार और तीसरी सूरत से हरिद्वार पहुंच चुकी है। जबकि एक ट्रेन बुधवार को बेंगलुरू से हरिद्वार पहुंचेगी। इसके अलावा छह और ट्रेनें राज्य में प्रवासियों को लेकर आएंगी। अब तक विभिन्न माध्यमों से करीब 50 हजार प्रवासी उत्तराखंड में अपने घर तक हपुंच चुके है। मुख्यमंत्री की इस पहल से प्रवासीय काफी प्रभावित है। अधिकांश प्रवासियों का कहना है कि लाॅकडाउन की स्थिति में जिस प्रकार से सरकार ने सहारा दिया है उसे वह जीवनभर याद रखेंगे।

वहीं सचिव शैलेश बगोली ने बताया है कि उत्तराखंड आने के लिए 1 लाख 98 हजार 584 प्रवासी पंजीकरण करवा चुके हैं। जबकि अन्य राज्यों को जाने के लिए 29 हजार 975 लोगों ने पंजीकरण कराया है, इनमें से 11 मई तक 9970 लोग जा चुके हैं। उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से दूसरे जनपदों को आने व जाने वाले व्यक्तियों की संख्या 52 हजार 621 है। उन्होंने कहा कि रेलवे के माध्यम से कई ट्रेनें उत्तराखंड में संचालित करने पर सहमति बनी है।

साथ ही सचिव शैलेश बगोली ने बताया यात्रियों के टिकट का खर्च सरकार वहन कर रही है, जिसके लिए रेलवे को एक करोड़ रुपये एडवांस में जमा किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि गुजरात, केरल, तेलंगाना आदि राज्यों में फंसे हुए लोगों को रेल से लाने की प्रक्रिया गतिमान है। जबकि बसों के माध्यम से प्रवासियों को लगातार लाया जा रहा है। इसके अलावा निजी वाहनों के पास भी जारी किए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के लिए भी कुछ निजी वाहनों से आने के आवेदन आए थे, जिन्हें मंजूरी दे दी गई है। उधर प्रशासन से साफ करते हुए कहा कि घर लौट रहे प्रत्येक व्यक्ति को होम क्वारंटीन किया जा रहा है। इसके साथ ही ऐसे लोगों पर नजर रखी जा रही है जो अन्य माध्यमों या स्वयम के माध्यम से राज्य में प्रवेश कर रहे है। इसके लिए जिला एवं ब्लाॅक व गांव स्तर पर माॅनेटरिंग को तेज कर दिया गया है।