सल्ट उपचुनाव: नेताओं के अजब-गजब बयान, अभिमन्यु से लेकर रावण तक
देहरादून। प्रदेश में सल्ट उपचुनाव की तैयारियां चल रही है। यहां भाजपा और कांग्रेस समेत सात उम्मीदवार मैदान में हैं। वोटर लिस्ट में नाम ना होने पर यूकेडी प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया है। प्रदेश की राजनीति के जानकार सल्ट उपचुनाव को आगामी विधानसभा चुनाव 2022 का सेमीफाइनल बता रहे हैं। फिलवक्त यूकेडी बिना खेले इस सेमीफाइनल से बाहर हो गई है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव के इस सेमीफाइनल में अपना कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा है।
चुनावी मौसम है तो नेताओं की बयानबाजी का दौर भी चल रहा है। हर बयान के मायने निकाले जा रहे हैं। ऐतिहासिक पात्रों के जरिये भी बयानबाजी की जा रही है जो मीडिया के जरिये खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। ‘अभिमन्यु’ ’हनुमान’ और ‘रावण’ जैसे किरदार सियासत के फलक पर छा गये हैं। उत्तराखण्ड की राजनीति में ‘अभिमन्यु’ का वध हुआ है। हनुमान खुद की लंका में आग लगा रहे हैं। और रावण का घमण्ड भी चूर हुआ है।
चुनाव की बेला है, भले ही उपचुनाव हो, तो स्टार प्रचारकों की सूची जारी करने की भी रस्म होती है। पारम्परिक रस्म निभाने में छोटी-मोटी भूल चूक भी हो जाती है। लेकिन ये भूल सियासत में विपक्षी पाले का बड़ा हथियार बन जाती है। सत्ताधारी बीजेपी से भी कुछ यही भूल हो गई है। वे पूर्व मुख्यमंत्री का नाम भूल से लिखना भूल गई थे। समय रहते बीजेपी ने भूल सुधार भी कर दिया है। लेकिन विपक्षी कांग्रेस इसको भूल मानने को तैयार नहीं है।
इधर अभी-अभी खबर मिली है कि सीएम तीरथ ने पूर्व त्रिवेन्द्र सरकार में नियुक्त सभी दर्जाधारी मंत्रियों को पैदल कर दिया है। वहीं खबर है कि पूर्व भाजपा अध्यक्ष और मौजूदा कबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने फिर से कोई बेतुका अटपटा सा बयान दिया है। अब ना जाने विपक्ष इसको लेकर क्या हंगामा बरपाता है।
फायर सीजन चल रहा है। सरकार ने फायर सीजन को देखते हुए तमाम एहतियाती कदम उठाए हैं। फायर के साथ-साथ स्कूलों में दाखिला सीजन भी चल रहा है। निजी स्कूलों में दाखिले को लेकर सरकार के फैसले का अभिभावकों को अभी इंतजार है। फिलहाल टीएसआर-1 से चल रहा उपनल कर्मियों का धरना टीएसआर-2 में भी जारी है। और इधर फिर से कोरोना महामारी ने दुबारा रफ्तार पकड़ ली है।