September 23, 2024

क्यों खामोश हैं आजम खान और बेटे अब्दुल्ला? स्वार सीट पर ‘मिशन मोड़’ में बीजेपी की तैयारी शुरू

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. पहले उनकी विधायकी गई फिर सपा रामपुर सीट हार गई. अब बेटे अब्दुल्ला आजम को सजा हो गई. सजा के बाद अब उनकी विधायकी भी चली गई. लेकिन अभी तक आजम खान के परिवार के ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

13 फरवरी को आजम खान और उनके बेटे को 15 साल पुराने मामले में सजा हुई. इसके बाद अब्दुल्ला आजम की विधायकी चली गई. फिर रामपुर से बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने पत्र लिख अब्दुल्ला आजम का वोटर लिस्ट से नाम हटाने की मांग कर दी. जिसके बाद उनका वोटर लिस्ट से नाम हटा दिया गया. लेकिन इन सबके बाद भी आजम खान परिवार के ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.

खास बात ये है कि आजम खान के परिवार से 25 सालों के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई भी सदस्य किसी सदन का हिस्सा नहीं है. वहीं अब्दुल्ला आजम की बीते तीन सालों में दूसरी बार विधायकी गई है. जबकि रामपुर सीट पर परिवार का 45 सालों से चला आ रहा वर्चस्व खत्म हुआ है. हालांकि अब्दुल्ला आजम पर हुए ताबड़तोड़ एक्शन के बाद भी परिवार की खामोशी मुश्किलों को बयां कर रही है.

बीजेपी ने तेज की तैयारी

दूसरी ओर स्वार विधानसभा सीट खाली होने के बाद यहां उपचुनाव होना अब तय है. इस वजह से बीजेपी अब स्वार विधानसभा सीट पर भी अपनी धाक जमाने की तैयारी कर रही है. पार्टी ने यहां कार्यकर्ताओं को तैयार रहने का संदेश दे दिया है. इसके अलावा पार्टी नेता भी चुनावी तैयारी में लग गए हैं. हालांकि अभी उपचुनाव के एलान पर अपडेट नहीं आया है.

दूसरी ओर बीजेपी उपचुनाव को देखते हुए पहले ही अपना दावा मजबूत करना शुरू कर दिया है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जिस तरह आजम खान की सीट पर आकाश सक्सेना ने कमल खिलाया उसी तरह से स्वार सीट पर भी बीजेपी जीत दर्ज करेगी. बीजेपी स्वार सीट पर भी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी.


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