‘सियासत इतनी नफरत भरी कैसे हो गई?’ संजय राउत बोले- राहुल गांधी का मुझे कॉल आया, बहुत बदल गए हैं
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने कहा कि देश की राजनीति में जो कड़वाहट आ गई है उससे बिल्कुल अलग ‘भारत जोड़ो’ यात्रा में व्यस्त रहने के बावजूद कल रात राहुल गांधी का मुझे कॉल आया। उन्होंने मेरा और मेरे परिवार का हालचाल पूछा। राहुल गांधी ने कहा कि हमें आपकी चिंता हो रही थी। राउत ने कहा कि एक राजनीतिक साथी को झूठे मामले में फंसाकर 110 दिनों तक जेल में प्रताड़ित किए जाने पर दुखी होना मानवीय है। संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी बहुत बदल गए हैं और यही बदलाव की वजह है कि लोग अपनापन समझकर उनकी ‘भारत जोड़ो’ यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
‘सभी पार्टी के नेताओं के साथ एक अलग रिश्ता है’
संजय राउत ने कहा, “राजनीति में रहते हुए मेरा सभी पार्टी के नेताओं के साथ एक अलग रिश्ता है। बीजेपी में भी मेरे कई मित्र रहे और मनसे में भी हैं, लेकिन जेल से आने के बाद कितने लोगों ने मुझसे बात की या हालचाल जाना? मुझे सिर्फ एनसीपी, कांग्रेस और मेरी पार्टी के नेताओं ने कॉल किया या मिले। सवाल है कि आज की राजनीति इतनी नफरत भरी कैसे हो गई। इससे पहले तो ऐसा कभी नहीं हुआ।”
भारत जोडोत व्यस्त असुनही राहुल यांनी रात्री फोन करुन
माझ्या प्रकृतीची विचारपूस केली. आम्हाला तुमची चिंता होती. असे म्हणाले. राजकारणातील सहकाऱ्यास खोट्या प्रकरणात अडकवून तुरुंगात 110 दिवस यातना दिल्या याचे दू:ख वाटणे हीच माणुसकी आहे. हा
ओलावा संपला आहे.यात्रेत तो दिसतोय..— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 21, 2022
राज्यपाल कोश्यारी के बयान पर फिर जताई आपत्ति
राउत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के छत्रपति शिवाजी पर दिए बयान पर एक बार फिर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा राज्यपाल कोश्यारी ने जो बात कही है वो निंदनीय है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए। राहुल गांधी के सावरकर पर दिए बयान को लेकर संजय राउत ने कहा उनके बयान पर इतना बवाल हुआ, लेकिन राज्यपाल के मुद्दे पर क्यों चुप हैं? छत्रपति का अपमान यह महाराष्ट्र का अपमान है।
छत्रपति शिवाजी महाराज पर राज्यपाल के बयान
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में एक यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज अब पुराने हो गए हैं। उनकी जगह पर नितिन गडकरी और शरद पवार को महाराष्ट्र का नया हीरो मान लेना चाहिए। उन्होंने कहा था, “मुझे ऐसा लगता है कि अगर कोई आपसे कहे कि आपका पसंदीदा हीरो कौन है? आपका फेवरेट आइकन कौन है? तो बाहर जाने की कोई जरुरत नहीं है। यहीं महाराष्ट्र में ही आपको मिल जाएंगे। शिवाजी तो पुराने युग की बात है, मैं नए युग की बात बोल रहा हूं। यहीं मिल जाएंगे, डॉ. आंबेडकर से लेकर डॉ. गडकरी तक… ये नितिन गडकरी तो आपको यहीं मिल जाएंगे।”