दिल्ली और मुंबई में आतंकी साजिशें रचने वाला एसएफजे कट्टरपंथी मुल्तानी जर्मनी में गिरफ्तार
मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि जर्मनी में पुलिस ने प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के एक प्रमुख सदस्य जसविंदर सिंह मुल्तानी को पिछले हफ्ते लुधियाना की एक अदालत में हुए विस्फोट में शामिल होने और दिल्ली व मुंबई में स्थानों को निशाना बनाने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
एक अधिकारी ने बताया कि पहले पंजाब के होशियारपुर का रहने वाला 45 वर्षीय मुल्तानी एसएफजे के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी सहयोगी है और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल है। 23 दिसंबर को लुधियाना के जिला अदालत परिसर में एक बम विस्फोट हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे, जिसके बाद राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था।
अधिकारी ने कहा कि मुल्तानी हाल ही में पाकिस्तान स्थित गुर्गों की मदद से सीमा पार से विस्फोटक, हथगोले और पिस्तौल से युक्त हथियारों की खेप की व्यवस्था व भेजने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है। उन्होंने यह भी कहा कि मुल्तानी तस्करी की खेपों का इस्तेमाल कर पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
उसकी गिरफ्तारी तब हुई, जब मोदी सरकार ने दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों को निशाना बनाने की साजिश में मुल्तानी की संलिप्तता के बारे में अपने जर्मन समकक्षों के साथ उच्चतम राजनयिक स्तर पर हस्तक्षेप किया।
पुलिस ने बाद में जीवन सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसे जर्मनी के खालिस्तान समर्थक नेता मुल्तानी ने सोशल मीडिया पर प्रमुख किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल को निशाना बनाने के लिए कट्टरपंथी बनाया था।
मुल्तानी ने राजेवाल, जो भारतीय किसान संघ-राजेवाल के अध्यक्ष हैं, उनको निशाना बनाने के लिए स्थानीय रूप से निर्मित हथियारों की व्यवस्था करने के लिए जीवन सिंह को पैसे भी भेजे थे।
अधिकारी ने कहा कि अगस्त में, मुल्तानी ने सोशल मीडिया के माध्यम से तरनतारन के एक अन्य व्यक्ति को भी कट्टरपंथी बनाया और आपराधिक गतिविधियों के लिए दो हथगोले की व्यवस्था की।