श्रद्धांजली: वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र जोशी का निधन, सीएम व पूर्व सीएम ने जताया शोक
देहरादून। उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार और राज्य स्तरीय विज्ञापन अनुश्रवण समिति के अध्यक्ष राजेंद्र जोशी का शुक्रवार को कोरोना से निधन हो गया। उन्हें कुछ दिन पहले तबीयत खराब होने पर आरोगयधाम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार शाम को उन्होंने अंतिम सांस ली। वहीं, सीएम ने भी राजेंद्र जोशी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस दुख की इस घड़ी में राज्य सरकार उनके परिवार के साथ है। वही पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि मेरे अनुज और वरिष्ठ पत्रकार प्रिय राजेंद्र जोशी के असामयिक निधन से बहुत ही स्तब्ध हूँ। कुछ दिन पूर्व ही उनसे मिलना हुआ था और आज उनका जाना उनके परिवार के साथ- साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। धारदार और मूल्यपरक पत्रकारिता के लिये आप हमेशा जाने जायेंगे। परमपिता परमेश्वर पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को इस दुरूख को सहने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति!
राज्य विज्ञापन अनुश्रवण समिति के अध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेंद्र जोशी जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। मैं भगवान बदरी विशाल और बाबा केदार से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
— Tirath Singh Rawat (मोदी का परिवार) (@TIRATHSRAWAT) May 7, 2021
मेरे अनुज और वरिष्ठ पत्रकार प्रिय राजेंद्र जोशी जी के असामयिक निधन से बहुत ही स्तब्ध हूँ। कुछ दिन पूर्व ही उनसे मिलना हुआ था और आज उनका जाना उनके परिवार के साथ- साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। pic.twitter.com/3hQq1MxsZr
— Trivendra Singh Rawat ( मोदी का परिवार) (@tsrawatbjp) May 7, 2021
रंगकर्मी सुरेंद्र भंडारी का कोरोना से निधन
रंगकर्मी और उत्तराखंडी फिल्मों के कलाकार सुरेंद्र भंडारी का कोरोना से निधन हो गया है। भंडारी का देहरादून व उत्तराखंड के रंगमंच में अतुलनीय योगदान रहा है। युवमंच, युगांतर और कला मंच जैसी रंगमंच की संस्थाओं के निर्माण, उनके नाटकों के मंचन, अभिनय निर्देशन आदि में उनका खासा योगदान रहा है। सुरेंद्र भंडारी ने गढ़वाली फिल्म ‘कभी सुख, कभी दुख’ में अभिनय और ‘मेरी प्यारी बोई’ का निर्देशन किया। बेगम का तकिया, अंधा युग, डेथ इन इंस्टालमेंट, पहला विद्रोही, दुलारी बाई, कागज की कतरनें, जात न पूछो साधू की, काफी हाउस में इंतजार, रागदरबारी, खौफ की परछाइयां जैसे नाटकों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भंडारी की मृत्यु को पूरे राज्य के रंगमंच व क्षेत्रीय भाषायी फिल्मों के लिए एक बड़ा आघात बताया। बताया कि स्व.भंडारी के परिवार में पत्नी के अलावा एक बिटिया है।