एकल खिड़की व्यवस्था से उत्तराखंड में बढ़ेगा फिल्म बाजार।
देहरादून (सू.ब्यूरो)। गोवा में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय भारत फिल्म उत्सव में शुक्रवार को फिल्म बाजार के विशेष सत्र में विभिन्न राज्यों द्वारा फिल्मों की शूटिंग के लिए अपनाई जा रही एकल खिड़की व्यवस्था पर व्यापक चर्चा की गई। इस कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए फिल्म फैसिलेशन ऑफिस के प्रमुख विक्रमाजीत रॉय ने कहा कि राज्य सरकारों को एकल खिड़की सुविधा को ऑनलाइन किया जाना चाहिए और इसको फिल्म सुविधाकरण कार्यालय से भी लिंक किया जाना चाहिए ताकि देश-विदेश के फिल्मकारों को अपनी फिल्मों की शूटिंग के लिए सुविधा हो सके। उन्होंने कहा कि एकल खिड़की सुविधा के लिए आने वाले साल में इस फिल्म बाजार में विभिन्न केन्द्रीय सरकार के विभागों को भी चर्चा के लिए बुलाया जायेगा ताकि इस व्यवस्था को और मजबूत किया जा सकें। उन्होंने एकल खिड़की व्यवस्था में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड द्वारा किए जा रहें कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि एफ.एफ.ओ के पास विदेश से शूटिंग के मामलों में सम्बन्धित राज्य सरकारों से भी समन्वय किया जायेगा।
भारत सरकार की सूचना प्रसारण मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती टी.सी.ए कल्याणी ने इस सत्र में कहा कि भारत सरकार द्वारा फिल्म सुविधाकरण कार्यालय के माध्यम से सभी राज्य सरकारों से समन्वय किया जा रहा है और शीघ्र ही क्षेत्रीय स्तर पर भी कार्यकलापों का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि एफ.एफ.ओ. सभी राज्यों के साथ एकल खिड़की व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में प्रभावी कार्यवाही कर रहा है।
उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के अपर कार्यकारी अधिकारी डा. अनिल चन्दोला ने इस सत्र में बताया कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देशानुसार फिल्मों की शूटिंग के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है और नई संशोधित फिल्म नीति में एक सप्ताह के अंतर्गत एकल खिड़की व्यवस्था के अर्न्तगत फिल्मों की शूटिंग की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में इस व्यवस्था के कारण फिल्म उद्योग राज्य में शूटिंग के लिए आर्कर्षित हो रहे हैं। परिषद् के नोडल अधिकारी श्री के.एस.चैहान ने बताया कि एकल खिड़की व्यवस्था के लिए एफ.एफ.ओ से पूरा समन्वय किया जा रहा हैं और शीद्य्र ही इस व्यवस्था को ऑनलाइन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड में शूटिंग के लिए आने वाले फिल्मकारों को पूरा सहयोग दिया जाता है और मुख्यमंत्री के स्तर से फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों का पूरा सम्मान दिया जाता है।
भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान पुणे के निदेशक श्री भूपेन्द्र कैंथोला ने कहा कि संस्थान द्वारा युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड फिल्म के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है और बॉलीवुड तथा दक्षिण भारत से भी कई फिल्मकार उत्तराखंड में शूटिंग के लिए आ रहें है। उन्होंने कहा कि उनका संस्थान उत्तराखंड में फिल्मों से जुड़ी विधाओं पर कार्यशाला आयोजित करेगा।
इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर सिंह, हिमाचल प्रदेश, तेलगांना, कर्नाटक, हरियाणा, उड़ीसा, राजस्थान, गुजरात, नागालैण्ड, मिजोरम, दिल्ली आदि राज्यों के फिल्म विकास परिषद् के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने राज्यों की फिल्म नीति और एकल खिड़की व्यवस्था पर प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम में एफ.एफ.ओ की अधिकारी श्रीमती सुनीता, सुश्री लीना, सुश्री कविता आदि उपस्थित थे।