Uttarakhand: नर्सिंग में दाखिले को मानकों में बदलाव का अनुरोध करेगी राज्य सरकार
देहरादून। राज्य के सरकारी व निजी नर्सिग कॉलेजों में युवाओं को दाखिला दिलाने के लिए सरकार मानकों में बदलाव का अनुरोध करने जा रही है। इस संबंध में एचनएनबी मेडिकल विवि सरकार को पत्र भेजने जा रहा है। इसके बाद सरकार इंडियन नर्सिंग काउंसिल के समक्ष पक्ष रखेगी।
नर्सिंग में प्रवेश के लिए इंडियन नर्सिंग काउंसिल मानक तय करती हैं इस साल का काउंसिल ने बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा में 50 प्रतिशत अंकों की अनिवार्यता रखी थी। इससे बहुत से छात्र प्रवेश पाने से वंचित रह गए।
एचनएनबी मेडिकल विवि ने बीएससी नर्सिंग कोर्स में प्रवेश के लिए परीक्षा कराई थी। इसमें शामिल पांच हजार युवाओं में से महत 152 पास हुए। राज्य में सरकारी-प्राइवेट मिलाक नर्सिंग की 2320 सीटें हैं। इन पर 31 दिसम्बर तक प्रवेश होने हैं पर दाखिले तभी संभव है जब काउंसिल अंकों की अनिवार्यता में छूट दें।
इस सम्बन्ध में चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ० धन सिंह ने कहा युवाओं के हित को देखते हुए सरकार इस संदर्भ में काउंसिल से अनुरोध करेगी। इस संदर्भ में अंतिम निर्णय आईएनसी को ही लेना है।
आंदोलनकारी और भाकपा माले के नेता इन्द्रेश मैखुरी का कहना है कि इस बार नर्सिगं परीक्षा में सरकारी कॉलेजों की कुल सीटों से भी कम अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। स्थिति ये है कि सरकारी नर्सिग कॉलजों की अधिकांश सीटे रिक्त रह गई हैं। उन्होंने कहा कि नर्सिंग प्रवेश परीक्षा में अंग्रेजी की अनिवार्यता के चलते ऐसी स्थिति आई हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप कर समाधान करने की मांग की है।