दिल्ली में प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की केंद्र को फटकार, कहा- तेज हवा से प्रदूषण कम हुआ, आपकी वजह से नहीं
दिल्ली में वायु गुणवत्ता संकट एक वैज्ञानिक अध्ययन की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तुरंत उठाए गए उपायों से मदद नहीं मिलेगी। अदालत ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “भले ही प्रदूषण का स्तर अब नीचे चला जाता है, हम इस मामले की सुनवाई और निर्देश जारी रखेंगे।” खेत में आग के मुद्दे पर अदालत ने स्पष्ट किया कि यह सूक्ष्म प्रबंधन नहीं कर सकता और सरकार को जुर्माने पर फैसला करना चाहिए।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, ”दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण में सुधार हुआ है। कंस्ट्रक्शन पर लगी रोक को हटा लिया गया है। 6 थर्मल पॉवर प्लांट अभी बंद है।”
मुख्य न्यायधीश ने कहा कि तेज हवा कि वजह से प्रदूषण कम हुआ, आपके कदमों कि वजह से नहीं। उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक उपाय किए जाने चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि क्या स्कूल खोल दिये गए हैं। जिसपर सॉलिसिटर जनरल ने बताया कि स्कूल अभी बंद हैं, दिल्ली सरकार स्कूल खोलने पर आज फैसला लेगी, फिलहाल ऑनलाइन क्लास चल रही हैं।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि कमीशन को वैज्ञानिक आधार पर प्रदूषण को रोकने के लिए कदम उठाना चाहिए, अब 7 दिन का स्टडी डेटा भी उपलब्ध है।
सॉलिसिटर जनरल ने बताया कि केंद्र के कर्मचारियों के लिए बस चलाई जा रही है। पुरानी गाड़ियों का चलन भी काटा जा रहा है, 17 नवंबर से 21 नम्बर के बीच 578 कंस्ट्रक्शन साइट को बंद भी किया गया है।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि आपको मौसम के हिसाब से प्रदूषण का डेटा जमा करना होगा, आपके पास हवा की गति का कम से कम 15 साल के डेटा होना चहिए। आपको पहले ही कदम उठाने की ज़रूरत है, दिल्ली क्यों झेले, दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी है, हम दुनिया को क्या संदेश भेज रहे हैं। जब मौसम गंभीर हो जाता है, तो हम उपाय करते हैं, इन उपायों का पूर्वानुमान लगाना होगा, यह पूर्वानुमान एक सांख्यिकीय मॉडल पर आधारित होना चाहिए।”
इसके साथ ही निर्माण मजदूरों के वकील ने कहा कि क्या निर्माण श्रमिक निधि का उपयोग तब तक किया जा सकता है, जब तक श्रमिक काम से बाहर हैं?
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि श्रम कल्याण कोष में कितना पैसा है, आप श्रमिकों को उसी से भुगतान करते हैं।
वकील ने कोर्ट को बताया कि इस साल 2700 करोड़ थे।
सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि उससे ज़्यादा भी फंड हो सकता है।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अगले दो तीन दिनों के लिए उपाय करें और हम अगले सोमवार को इस मामले को फिर से सुनेंगे। अगर इस दौरान प्रदूषण 100 हो जाता है, तो आप कुछ प्रतिबंध उठा सकते है।