स्वामी विवेकानंद जयंती: SGRR विश्वविद्यालय में निबंध प्रतियोगिता, आदर्शों से भरा जीवन का दिया संदेश
देहरादून: दून स्थित गुरु राम राय विश्वविद्यालय (एसजीआरआर) में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। मंगलवार को आयोजित राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता में 200 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। स्वामी विवेकानंद की तरह युवाओं में आदर्शों से भरा जीवन जीने के लिए और समाज के लिए प्रेरणा का पुंज बनने के लिए निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए प्रतिभागी सहमति पत्र भरकर मास्क और सोशल डिस्टेंस के साथ कक्षा स्थल में बैठे। छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत कर समाज को बेहतर बनाने के लिए निबंध लिखे। स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. डॉ. कंचन जोशी द्वारा संयोजित इस प्रतियोगिता में छात्रो-छात्राओं की क्रिएटिविटी भी दिखी।
प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति देवेंद्र दास महाराज ने कहा, कि आज के समाज में मानसिक अवसाद की समस्या बढ़ती जा रही है। छात्रों को अपने चिंतन को सुदृढ़ रखने के लिए विवेकानंद जी के विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने लक्ष्य पर अडिग रहने का हर संभव प्रयास करना चाहिए।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. यू.एस. रावत ने कहा, कि स्वामी विवेकानंद मानवता की मिसाल रहे हैं। उन्होंने विश्व स्तर तक भारत का परचम लहराया है, जिस प्रकार वे सादा जीवन उच्च विचार की धारणा रखते थे उसी प्रकार आज के युवाओं को आगे बढ़ने के लिए उनके विचारों को अपनाना होगा। उत्तराखंड का विवेकानंद जी पर गहरा प्रभाव था यही कारण है कि उन्होंने यहां पर विभिन्न स्थानों की यात्रा करते हुए राजयोग को अलग पहचान दी थी। उत्तराखंड में की गई उनकी यात्रा और साधना से प्रदेश की संस्कृति को एक अलग पहचान मिल सकती है, उसके लिए युवाओं को आगे आना होगा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की समन्वयक डॉ. मालविका कांडपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, कि यह राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता छात्रों के मूल्यांकन के लिए आयोजित की जा रही है जिसमें विवेकानंद जी के विचारों से प्रेरणा लेते हुए छात्र उत्तराखंड की बेहतरी के लिए अपने विचारों को व्यक्त कर सकते हैं।