September 21, 2024

राजकीय शिक्षक संघ के महामंत्री ने पदाधिकारियों पर उठाए सवाल, कही ये बात

देहरादून: उत्तराखंड के राजकीय शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के बीच चल रहे मतभेदों पर प्रांतीय महामंत्री डॉ सोहन सिंह माजिला ने अपनी बात रखी। मंजिला ने अपने पद पर रहते हुए संगठन के लिए जो कार्य किए उसको लेकर उन्होंने पदाधिकारियों, शिक्षकों, छात्रों को सूचित किया।

डॉ माजिला का बीमारी के चलते उपचार चल रहा है, जिसको लेकर 6 नबम्बर 2019 को एम्स नई दिल्ली में उनका ऑपरेशन हुआ था। शिक्षक संघ के वर्तमान व पूर्व पदाधिकारी, समर्थक, मित्र, उनसे एम्स नई दिल्ली भी मिलने पहुंचे थे। बावजूद इसके मंजिला ने वर्षों तक महामंत्री के रूप में दी गयी जिम्मेदारी का निरन्तर निर्वहन किया। राजकीय शिक्षक संगठन के कुछ प्रांतीय पदाधिकारी शिक्षकों के मध्य माजिला को पद से हटाने की कोशिश में लगे हुए हैं।

माजिला 18 मार्च 2021 को स्वास्थ्य का परीक्षण कराने एम्स नई दिल्ली गए थे। इसी बीच संगठन के अध्यक्ष ने प्रांतीय अधिवेशन का पत्र देकर, महामंत्री पर चुनाव न कराने का आरोप लगाया।

माजिला ने संगठन के कुछ पदाधिकारियों पर अस्वस्थता को लेकर साजिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखित दस्तवेजो के आधार पर कहा, मैं ऑपरेशन के बाद आईसीयू में था, मेरे प्रांतीय अध्यक्ष व उनकी टीम निदेशालय में सबको मत देने का प्रस्ताव दे रही थी।

माजिला ने अपनी बात रखते हुए कहा, दिसम्बर 2019 में चम्पावत का जिला अधिवेशन, चमोली, टिहरी के ब्लॉक अधिवेशन उच्च स्तर के निर्देशों पर एकाएक निरस्त कर दिए गए, तब प्रांतीय जिम्मेदार पदाधिकारी चुप क्यों थे, क्यों नही कोई पत्र निदेशक महोदय को दिया।

12 फरवरी 2019 को प्रांतीय अधिवेशन पर उन्होंने सवाल उठाए कि गृह परीक्षा व बोर्ड परीक्षा के नाम पर अधिवेशन करने की अनुमति नही मिली, तब क्यों नही राजनैतिक पहुंच प्रयोग में लायी गयी।

उन्होंने कहा, उत्तराखंड शासन के आदेश में जिला अधिकारी की अनुमति के बाद देहरादून में सीईओ ने चुनाव करने की अनुमति मिलने के बाद निरस्त कर दी, कोई प्रान्ती पदाधिकारी नही बोला। नैनीताल में जिलाधिकारी की अनुमति के बाद विभाग ने अधिवेशन की अनुमति नही मिली, कोई प्रांतीय पदाधिकारी नही बोला।

प्रांतीय पदाधिकारी पर सवाल उठाते हुए माजिला ने कहा, सांगठनिक इकाइयों के चुनाव के लिए अवकाश व अनुमति मांगी फिर बोर्ड परीक्षा व कोविड के कारण लंम्बे समय से विद्यालय खुलने के कारण माननीय मंत्री के निर्देश का हवाला देते हुए फरवरी 2021 में चुनाव कराने की अनुमति नही दी गयी। तब कोई प्रांतीय पदाधिकारी नही बोला।

माजिला ने कहा, प्रांतीय अधिवेशन होना चाहिए, महामंत्री होने के नाते मेरा मत हमेशा रहा है कि, पहले ब्लॉक, जनपद, के चुनाव हो तब प्रांतीय अधिवेश हो, किन्तु मैं इस बात को अभी भी नही समझ पा रहा हूं।

उन्होंने कहा, अध्यक्ष वा महामन्त्री फरवरी में चुनाव कराने का प्रस्ताव दे तो विभाग व सरकार छात्र हित बोर्ड परीक्षा के नाम पर अनुमति देने में मना कर दे, प्रांतीय अध्यक्ष अप्रैल में प्रांतीय अधिवेशन कराने का प्रस्ताव दे, बोर्ड परीक्षा प्रयोगात्मक 2 अप्रैल से आरम्भ होने वाली हो, अधिवेशन की अनुमति के लिए विभाग सहर्ष स्वीकृति के लिए तैयार हो जाय ये विचारणीय है, इसका मूल्यांकन शिक्षक साथीयों को करना होगा, ताकि संग़ठन कठपुतली न बन सके। विभाग की छात्रहित की असलियत का पता भी चल सके।

माजिला ने संगठन के लिए कार्य करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। उन्होंने कहा, मैं गम्भीर बीमारी के बाबजूद शिक्षको के हितों के लिए लगातार लड़ा, बीमारी से लड़ रहा हूं, आखरी दम तक संगठन के अस्तित्व के लिए लडूंगा, आप सब का आशीर्वाद, सहयोग, स्नेह, समर्थन मार्गदर्शन व विश्वास की मुझे आवश्यकता है।


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