तो इसलिए विदेशी युवती को भाया भारतीय वर
रीति रिवाजों के प्रति बढ़ रहा आकर्षण
डोमिनिक ने अपने स्थानीय मित्र से जन्म-जन्मों के बंधन में बंधने का फैसला कब ले लिया, उसे पता ही नहीं चला। विदेशियों में भारतीय संस्कृति, रीति रिवाजों के प्रति आकर्षण तेजी से बढ़ रहा है। माॅंट्री आॅफ कनाडा की डोमिनिक दो साल पहले अपने कुछ मित्रों के साथ तीर्थनगरी के स्वर्गाश्रम क्षेत्र में घूमने आई थी। इसी बीच उसकी देहरादून निवासी अपूर्व जोशी से मित्रता हो गई। उन दिनों देहरादून स्थित बसंत विहार में अपूर्व जोशी अपना पब्लिक स्कूल चला रहे थे। डोमिनिक ने दो साल पुराने मित्र को अपने जीवनसाथी के रूप में चुना है। सोमवार को शांतिकुंज हरिद्वार में आयोजित विवाह समारोह में सात जन्मों के फेरे लिये।
हाथों में रचाई मेहंदी
रविवार को देहरदून स्थित एक गेस्ट हाउस में उन्होंने अपने पूरे परिवार के साथ भारतीय रीति-रिवाजों से विवाह की रस्में पूरी की। इस मौके पर स्थानीय महिलाओं ने विधि-विधान के साथ डोमिनिक के बाद हाथों में मेहंदी रचाई। सोमवार को शांतिकुंज हरिद्वार में आयोजित विवाह समारोह में माॅंट्री आॅफ कनाडा की डोमिनिक और अपूर्व जोशी चेयरमैन सौभाग्यम इण्टरनैशनल एकेडमी देहरादून मूल निवासी ग्राम बजवाड़ कुलसारी चमोली ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिये।
समारोह में दुल्हन की ओर से माता, पिता भाई और करीबी रिश्तेदार सात समुंदर पार से पहुंचे। जबकि जोशी के परिवार से पिता पूर्व सचिव उत्तराखंड शासन जेपी जोशी, माता राधा जोशी, डा अंकित जोशी, रिचा जोशी एवं नरेन्द्र सिंह बिष्ट सहित परिवार के लोग मौजूद रहे।