केदारनाथ यात्रा की कमान मुस्लिम आरक्षण के पैरोकार और नशा तस्करों के हाथ: चौहान
केदारनाथ यात्रा की कमान मुस्लिम आरक्षण के पैरोकार और नशा तस्करों के हाथ: चौहान
तुष्टिकरण मे आपा खो बैठी कांग्रेस, धामों की पवित्रता का रखे खयाल
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि राजनीतिक महत्वाकांक्षा, घोर सनातन विरोध के चलते कांग्रेस आपा खो गयी है और अब जहां चार धाम क्षेत्र को नशे के दलदल मे झोंकने की साजिश की जा रही है तो वहीं सनातन द्रोहियों के पल्ले यात्रा प्रबंधन किया जा रहा है।
कांग्रेस की केदारनाथ यात्रा पर पूछे गए सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए चौहान ने कहा कि कांग्रेस चुनावी अवसर को भुनाने के लिए हर हथकंडे आजमाते हुए सभी हदें पार कर रही है। उन्होंने कहा कि सहसपुर मे नशा तस्करी मे जेल गए एक व्यक्ति को केदार की भूमि उखीमठ का ब्लॉक अध्यक्ष बना दिया गया है। इस नियुक्ति के जरिये कांग्रेस क्षेत्र के युवा और मातृ शक्ति को क्या संदेश देना चाहती है समझा जा सकता है। इन धामों मे नशे के फलने फूलने मे कहीं कांग्रेस का हाथ सहयोगी की भूमिका तैयार तो नही कर रहा है यह सवाल बन गया है। अभी हमारे पर्वतीय अंचल और चार धाम नशे से दूर हैं, लेकिन तमाम प्रवचन करने वाले विपक्षियों के सामने यह सवाल खड़े हैं।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस के ही कार्यकर्ता और मुस्लिम आरक्षण की मांग करने वाले व 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद शहीद दिवस ब्लैक डे मनाने वाले प्रमुख चेहरे भी यात्रा का हिस्सा बने हुए हैं। दिन रात सनातन देवी देवताओं को कोसने वाले केदार प्रतिष्ठा के लिए अचानक निष्ठा और प्रेम का प्रदर्शन करे तो इससे अधिक नौटंकी क्या हो सकती है। कांग्रेस अध्यक्ष की यात्रा के हमराह और कदमताल कर रहे सनातन विरोधी मुस्लिम आरक्षण के पैरोकार कांग्रेस की मंशा को भी उजागर कर रहे हैं। चौहान ने कहा कि यह संयोग है या उसकी तुष्टिकरण का फल कि यात्रा मे भोजन आदि का प्रबंधन भी एक पूर्व राज्य मंत्री समुदाय विशेष के ही पास हैं।
चौहान के कहा कि जब पार्टी के बड़े नेता इस सनातन विरोधी यात्रा से कन्नी काट चुके हैं तो ऐसे मे तुष्टिकरण के फल उसके लिए मुफीद साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि धामों के खिलाफ दुर्भावनावश साजिश को किसी भी तरह से स्वीकार नही किया जायेगा। भाजपा पवित्र धामों मे सनातन विरोधियों की आमद को बर्दाश्त नही करेगी, क्योंकि उनका एक ही मकसद देश दुनिया मे हमारी रीति, नीति, परंपरा और हमारे धार्मिक स्वरूप को बदनाम करना है। समुदाय विशेष को खुश करने को अदालती लडाई के जरिये राम मन्दिर की राह मे कांटे बिछाने वाली कांग्रेस के लिए अब सनातन विरोधी मददगार बन रहे हैं। जनता इसे भूली नही है और कांग्रेस को सबक सिखायेगी।