September 22, 2024

बुली बाई ऐप: दिल्ली पुलिस ने मामला आईएफएसओ इकाई को सौंपा, हो चुकीं हैं कई गिरफ्तारियां

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को ‘बुली बाई’ मामला अपनी ‘इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन्स’ इकाई को सुपुर्द कर दिया है और वह ऐप के बारे में उसके विदेशी प्लेटफॉर्म से सूचना मांगने के लिए परस्पर कानूनी सहायता संधि प्रक्रिया के लिए मंजूरी लेने की योजना बना रही है।

पुलिस ने बताया कि आईएफएसओ इकाई पिछले साल जुलाई में आए ‘सुली डील्स’ मोबाइल ऐप मामले की भी जांच कर रही है। इस मामले के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आईएफएसओ इकाई को मंगलवार को केंद्र से आपराधिक मामलों में परस्पर कानूनी सहायता संधि प्रक्रिया की मंजूरी मिल गयी।

बता दें कि गौरतलब है कि ‘बुली बाई’ ऐप पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें नीलामी के लिए रखी गयी। ये तस्वीरें उनकी इजाजत के बिना ली गयीं और इनमें छेड़छाड़ की गयी।एक साल से भी कम समय में ऐसा दूसरी बार हुआ है। ऐप ‘सुल्ली डील’ का क्लोन प्रतीत होता है, जिसने पिछले साल इसी तरह का विवाद शुरू किया था।

दिल्ली पुलिस ने शनिवार को एक महिला पत्रकार की फर्जी तस्वीर वेबसाइट पर अपलोड करने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पत्रकार ने शिकायत दर्ज कराई थी और इसकी एक प्रति ट्विटर पर साझा की थी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “1 जनवरी को एक शिकायत प्राप्त होने के बाद ‘बुली बाई’ मोबाइल ऐप के संबंध में एक मामला दर्ज किया गया था। जांच चल रही है। हमने होस्टिंग प्लेटफॉर्म से भी संपर्क किया है जो विदेशों में स्थित है और मामले के आगे की जांच के लिए उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं।”

एक अन्य अधिकारी ने कहा, “‘बुली बाई’ मामले को आईएफएससीओ इकाई को स्थानांतरित कर दिया गया है और प्रोटोकॉल के अनुसार हम संबंधित अधिकारियों को एमएलएटी के लिए मंजूरी लेने के लिए लिखने की योजना बना रहे हैं, जबकि मामले की जांच चल रही है।”

मुंबई पुलिस की साइबर सेल, जो ऐप मामले की भी जांच कर रही है उसने उत्तराखंड की एक 19 वर्षीय महिला, जिसे मुख्य अपराधी बताया जा रहा है, और एक 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है।

छात्र विशाल कुमार झा और सह-आरोपी श्वेता सिंह कथित तौर पर एक-दूसरे को जानते थे। पुलिस के मुताबिक और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना है।

जहां तक ‘सुल्ली डील’ मामले का सवाल है, दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने कहा, ‘हमने पिछले साल इस मामले में एमएलएटी के लिए मंजूरी मांगी थी। यह एक लंबी प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न प्रक्रियाएं शामिल हैं। आज, हमें सरकार से इसके लिए मंजूरी मिल गई है। जांच जारी है।”

सोमवार को, दिल्ली पुलिस ने कहा था कि उसने विवादास्पद मोबाइल एप्लिकेशन के डेवलपर के बारे में गिटहब प्लेटफॉर्म से विवरण मांगा है और ऐप के बारे में सबसे पहले पोस्ट करने वाले अकाउंट हैंडलर के बारे में जानकारी के लिए ट्विटर को भी लिखा था।

शहर की पुलिस ने ट्विटर को माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर ‘बुली बाई’ ऐप से साझा की गई किसी भी “आपत्तिजनक सामग्री” को ब्लॉक करने और हटाने के लिए कहा, जिसने “नीलामी” के लिए प्रमुख हस्तियों सहित सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें डाली थीं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, भारतीय दंड संहिता की धारा 509 (शब्द, हावभाव या किसी महिला के शील का अपमान करने का इरादा) और 354 ए (यौन उत्पीड़न और उत्पीड़न की सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।


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