September 22, 2024

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक गंभीर मामला, राजनीति की बजाय सुरक्षा एजेंसियों की जिम्मेदारी हो तय

पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर राजनीति भी तेज हो चली है। बीजेपी और कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का इस्तीफा मांग रहे हैं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का बड़ा इल्जाम है कि जब प्रधानमंत्री का काफिला फ्लाईओवर पर फंसा था तब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कॉल तक रिसीव नहीं किया।

बठिंडा एयरपोर्ट के अधिकारियों के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने जो खबर दी है वो कोई मामूली बात नहीं है। पंजाब सरकार के अधिकारियों से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘अपने सीएम (चरणजीत सिंह चन्नी) को धन्यवाद कहना कि मैं बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया।’ उनका ये कहना बहुत ही बड़ी चिंता वाली बात है, बशर्ते ये कोई राजनीतिक बयान न हो – आखिर इसी देश में एक प्रधानमंत्री और एक पूर्व प्रधानमंत्री की सरेआम हत्या हो चुकी है।

देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा सर्वोपरि है. फिर चाहे वे पंजाब में हों या कोई और जगह। और उसमें राजनीति की बिलकुल भी जगह नहीं है। सुरक्षा में चूक हुई है। प्रधानमंत्री के रूट में कोई भी बाधा सुरक्षा से समझौता है। कुदरती आपदा की बात अलग होती है। अफसोस की बात ये है कि फिक्र की जगह राजनीति पर बहस हो रही है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके बताया है कि पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सेंध को लेकर गृह मंत्रालय ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। कहते हैं, ’प्रधानमंत्री के दौरे की सुरक्षा प्रक्रिया में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त के काबिल नहीं है – और जवाबदेही तय की जाएगी।

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि अगर प्रधानमंत्री मोदी के दौरे में सुरक्षा से जुड़ी कोई चूक हुई तो हम उसकी जांच कराएंगे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा का पूरा इंतजाम होने का दावा किया है। मुख्यमंत्री चन्नी ने ये भी बताया है कि कोरोना संक्रमितों के संपर्क में होने की वजह से वो प्रधानमंत्री के स्वागत में नहीं जा सके। पंजाब सरकार की तरफ से मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीजेपी अध्यक्ष नड्डा को जवाब देते हुए ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें कुछ लोग छाता लिये हुए हैं और कुर्सियां खाली पड़ी हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री की रैली रद्द होने की वजह खाली कुर्सियां बताया है।

सुरक्षा में चूक गंभीर मसला

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक होना एक गंभीर मामला है। पूर्व में भारत के दो प्रधानमंत्रियों श्रीमती इन्दिरा गांधी एवं श्री राजीव गांधी की हत्या हो चुकी है जिसके बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी एसपीजी को दी गई। पीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसपीजी एक्ट में विशेष प्रावधान किए गए हैं।
पीएम के दौरे पर सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी एवं आईबी की होती है तथा राज्य पुलिस एसपीजी के निर्देशों एवं सलाह का पालन करती है। एसपीजी की अनुमति के बिना पीएम का काफिला आगे नहीं बढ़ सकता है।

एसपीजी को बताना चाहिए कि बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के प्रधानमंत्री को 2 घंटे से अधिक समय की सड़क यात्रा क्यों करवाई गई? पंजाब के सीएम ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन के बारे में पूर्व में जानकारी दे दी गई थी तब भी प्रदर्शन वाले रास्ते में पीएम के काफिले को जाने की अनुमति एसपीजी ने क्यों दी?
यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर राजनीति करने की बजाय एसपीजी, आईबी तथा अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर कांग्रेस एवं पंजाब के मुख्यमंत्री श्री चन्नी के खिलाफ की जा रहीं टिप्पणियां मुद्दे की गंभीरता को कम करती है। इसकी निंदा की जानी चाहिए।


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