धामी सरकार के तीस दिनः विपक्ष ने कहा सरकार का कार्यकाल पूरी तरह रहा फेल
देहरादून। धामी 2.0 सरकार को तीस दिन पूरे हो चले है। तीस दिन के इस कार्यकाल को सरकार ने उपलब्धियों भरा बताया है। वहीं विपक्ष कांग्रेस ने धामी 2.0 के तीस दिनों के इस कार्यकाल पूरी तरह फेल बताया है। प्रदेश सरकार का दावा है कि एक महीने की सरकार के दौरान सरकार ने सुशासन पर कार्य किया है। वहीं विपक्षी कांग्रेस ने बिजली कटौती और कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
जीरो टॉलरेंस का संदेश
सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक इन तीस दिनों की अवधि में मुख्यमंत्री धामी अटैकिंग मोड में रहे। सरकार का जोर प्रशासनिक सुधार और सुशासन पर रहा। जीरो टॉलरेंस और पारदर्शी प्रशासन को लेकर धामी सरकार ने सख्त संदेश दिए। सरकार ने कई कड़े फैसलों से भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार किया। सरकार ने समान नागरिक संहिता को लागू करने और बाहरी नागरिकों के वैरिफिकेशन पर की गई ठोस पहल की गई है। सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाओं पर फोकस किया है। वृद्धावस्था, निराश्रित विधवा भरण पोषण अनुदान तथा दिव्यांग पेंशन योजना के अंतर्गत प्रदत्त दर 1200 रूपये प्रतिमाह में 300 रूपये की बढ़ोतरी की है। अब इनमें प्रतिमाह 1500 रूपये पेंशन प्राप्त होगी।
विपक्ष ने लगाया अनदेखी का आरोप
वहीं विपक्षी कांग्रेस ने धामी 2.0 के एक महीने के कार्यकाल को पूरी तरह फेल बताया है। सदन में प्रतिपक्ष के नेता यशपाल आर्य ने कहा कि बिजली कटौती से जनता परेशान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनता से किए गए अपने वादों को भूल गई है। प्रदेश में अब 7 से 8 घंटे बिजली कटौती हो रही है।
यशपाल आर्य ने कहा कि गर्मी का मौसम है और इन दिनों गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में जंगलों में आग लगी हुई है लेकिन प्रदेश सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। वन संपदा को लगातार नुकसान होता जा रहा है। सरकार की कोई तैयारी नजर नहीं आ रही है। पर्यावरण का नुकसान हो रहा है लेकिन सरकार के कानों में जूं तक रेंग रही है।