बड़ी खबर-कोरोना के योद्धा: देवकी की दानवीरता ने त्रिवेंद्र के भरोसे में लाया उछाल

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देहरादून/चमोली: मौत का पर्याय बन चुकी कोरोना महामारी दुनियां भर में अपना तांडव मचा रही है। उत्तराखंड भी इस महामारी से खुद को बचाने की कवायद में जुटा है। सरकार अपने स्तर से कोरोना पर नियंत्रण और अपने नागरिकों को संक्रमण से बचाने में जुटी हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दो मोर्चों पर डटें हैं। एक ओर राज्य को कोरोना से बचाना है तो दूसरी ओर गरीबों को खाद्यान्न संकट से उबारना है।

त्रिवेन्द्र सिंह रावत की ईमानदार छवि के चलते जनता उनके साथ सामवेत स्वर में कदमताल कर रही है। यही वहज है कि कई लोग और संस्थाओं ने आगे आ कर सरकार का साथ दिया। इसमें सबसे अहम भूमिका गौचर की देवकी भंडारी की है। जिन्होंने जिंदगी भर अभावों में रह कर जो जमापूंजी जमा कर रखी थी उन्होंने बिना किसी संकोच के पूरी की पूरी धनराशि सरकार को दान कर दी। देवकी के अलावा कई अन्य लोगों और संस्थाओं ने दान दिया। जिसे कुछ राजनीतिक विश्लेषक प्रदेश में सरकार की साफ सुथरी छवि, मुख्यमंत्री की ईमानदारी और जनता के प्रति निष्ठा से जोड़ रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि जब नेतृत्व उदार और ईमानदार हो तो समाज भी संकट के समय उदार हो जाता है। प्रदेश में ये सब घटनाएं बताती है कि त्रिवेंद्र पर जनता का भरोसा कायम है। दूसरा इन घटनाओं ने त्रिवेंद्र की छवि में उछाल लाया साथ ही केंद्रीय नेताओं में भी बड़ा मैसेज पहुंचा।

देवकी का महादान

देवकी भंडारी ने 10 लाख का चेक प्रधानमंत्री केयर्स फंड में जमा किया

गौचर निवासी देवकी भंडारी की दानवीरता की चर्चा पूरे देश यहां तक कि दुनियां भर के समाचार पत्रों में हो रही है। देवकी की तुलना महाभारतकालीन कर्ण और दानवीर राजा बली से हो रही हैं। संयोग देखिये कि कर्ण का संबंध भी उसी चमोली से है जिस जपनद मे देवकी भंडारी रहती है। कर्ण की तपस्थली कर्णप्रयाग थी तो देवकी भंडारी की कर्मभूमि कर्णप्रयाग से निकट गौचर है। देवकी भंडारी की कोई संतान नहीं है। उन्होंने गरीब छात्रों की पढ़ाई का जिम्मा उठाया है। उनके पति रेशम विभाग में थे जिनकी कुछ समय पूर्व मृत्यु हो गई थी। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद देवकी देवी ने अपने जीवन भर की कमाई कोरोना संकट से जूझ रहे देश को समर्पित कर दी। देवकी देवी का कहना है कि वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहुत प्रभावित हैं। उनकी अपील पर उन्होंने अपनी जीवन भर की सारी कमाई देश को दान कर दी। देवकी देवी ने 10 लाख का चेक प्रधानमंत्री केयर्स फंड में जमा किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में भी सरकार मजबूती से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह भला और ईमानदार आदमी है।

दानवीरता के कायल हुए सीएम

जनता से संवाद करते मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत

देवकी भंडारी की दानवीरता पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि भरत भूमि में दानवीर कर्ण और राजा बलि की दानवीरता की कहानियां हमने सिर्फ किताबों में पढ़ी थी लेकिन आज साक्षात देख भी ली है। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति के रूप में हम सब के लिए देवकी भंडारी बहुत बड़ी प्रेरणा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि निस्वार्थ भाव से सब कुछ त्याग और दान देने की हमारी भारतीय संस्कृति को देवकी देवी ने पुनर्जिवित करते हुए पूरे भारतवर्ष को अपना परिवार समझा और हमारे सामाने एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया। मुख्यमंत्री ने देवकी भंडारी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए ऐसा हर एक प्रयास इस जंग को मजबूत करेगा और आपका सहायोग निश्चित रूप से हमारे देश और प्रदेश के काम आयेगा साथ ही हमें इस कठिन दौर से बाहर निकालने में भी मदद करेगा

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