ताजमहल को धूल से बचाने के लिए हुआ बड़ा फैसला, 5 किमी की परिधि में टाइल्स या घास लगाई जाएगी
संगमरमरी ताजमहल को धूल से बचाने के लिए अब इसके पांच किमी दायरे में टाइल्स या घास लगाई जाएगी। ताकि इस परिधि में धूल उड़ने से रोकी जा सके।
इसके लिए लोक निर्माण विभाग, नगर निगम और आगरा विकास प्राधिकरण को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहले चरण में दो किमी की परिधि के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
मंडलायुक्त के. राममोहन राव की अध्यक्षता में 15 जून को ताज ट्रिपेजियम जोन (टीटीजेड) की बैठक में यह निर्णय लिया गया था। इस बैठक का कार्यवृत्त तैयार कर 26 जून को संबंधित विभागों को भेज दिया गया है।
तीन विभागों को ताज को धूल से बचाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने ‘विजन डॉक्यूमेंट’ के तहत ताज को सौ साल तक संरक्षित करने के लिए योजना तैयार करने का निर्देश दिया था।
इस पर विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने स्मारक को धूल के प्रभाव से बचाने पर जोर दिया था। क्योंकि यमुना की बालू या दूसरे धूल के कण उड़कर ताज की दीवारों और फर्श पर चिपक जाते हैं।
इससे स्मारक को नुकसान पहुंच रहा है। इसी क्रम में टीटीजेड की बैठक में स्मारक के पांच किमी दायरे को धूल रहित करने के लिए योजना तैयार की जा रही है।
इसके लिए सड़क किनारों या दूसरे अन्य खुले स्थान को टाइल्स या घास से ढका जाएगा। जो क्षेत्र लोक निर्माण विभाग के अधीन नहीं होगा, उसके लिए नगर निगम को कार्ययोजना तैयार करनी होगी।