तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम: कोरोना की थमी रफ्तार तो भक्तों की संख्या में हुआ इजाफा, TTD आज जारी करेगा 20 हजार SSD टिकट
कोरोना प्रतिबंध हटने की वजह से तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम में भक्तों की संख्या में इजाफा हुआ है. इसके कारण तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने स्लॉटेड सर्व दर्शन टोकन की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है. साथ ही TTD भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए और अधिक टिकट जारी करेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि आज प्रबंधन ऑफलाइन बुकिंग के लिए 20 हजार एसएसडी टिकटों के अलावा 300 रुपये की श्रेणी वाला 25000 टिकट जारी करेगा.
दरअसल, पिछले सप्ताह से TTD प्रतिदिन 15,000 ऑफलाइन सर्वदर्शन टोकन जारी कर रहा है. कोरोना प्रतिबंधों के हटने के बाद TTD धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट रहा है. तिरुपति आने वाले भक्तों की संख्या में लगातार तेजी देखी जा रही है. टीटीडी अतिरिक्त श्रद्धालुओं को समायोजित करने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था कर रहा है. जब भक्तों की संख्या सर्वदर्शन टोकन के दैनिक कोटे से अधिक हो जाती है तो टीटीडी अगले दिनों के लिए भक्तों को टिकट जारी करता है.
1-21 फरवरी के बीच दर्शकों की संख्या 50% की वृद्धि
बता दें कि 1 फरवरी से 21 फरवरी के बीच, तिरुपति देवस्थानम में दर्शन करने वाले भक्तों की संख्या में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. बता दें 1 फरवरी को लगभग 29,000 श्रद्धालुओं ने पवित्र मंदिर में दर्शन किए. 21 फरवरी को यह संख्या 39,000 को पार कर गई.
2022-23 के सालाना बजट में 3096 करोड़ रुपये राजस्व अनुमान
बीते दिनों तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीडीडी) ने 2022-23 का बजट पेश किया. तिरुमाला के प्राचीन भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के संचालन बोर्ड ने 2022-23 के सालाना बजट में 3,096.40 करोड़ रुपये की आमदनी का अनुमान लगाया है. बजटीय बैठक में अगले 12 महीने की वित्तीय योजना की समीक्षा के बाद टीटीडी बोर्ड के चेयरमैन वाई वी सुब्बा रेड्डी और कार्यकारी अधिकारी के एस जवाहर रेड्डी ने मीडिया कर्मियों को बताया कि बोर्ड ने वार्षिक बजट को मंजूरी दे दी है. मंदिर के सालाना राजस्व में से करीब 1,000 करोड़ रुपये पवित्र ‘हुंडी’ (दान-पात्र) में श्रद्धालुओं से मिलने का अनुमान है.
इसके अलावा टीटीडी को लोगों के ठहरने के स्थान और मैरिज हॉल के किराए से 95 करोड़ और श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए बालों की बिक्री से 126 करोड़ रुपये के प्राप्त होने की उम्मीद है. राष्ट्रीयकृत और निजी बैंकों में जमा पर ब्याज करीब 668.5 करोड़ रुपये रहेगा. इसी तरह विभिन्न टिकटों की बिक्री से 362 करोड़ रुपये और ‘लड्डू प्रसादम’ की बिक्री से 365 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान है. सेवाएं प्रदान करने के एवज में कार्यबल को 1,360 करोड़ रुपये के भुगतान का अनुमान है.