September 22, 2024

यूओयू को विकास पथ पर बढ़ाने का प्रो. नेगी को मिला तोहफा

देहरादून। उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो० ओम प्रकाश सिंह नेगी ने जिम्मेदारी संभालने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। वीरान से उजाड़ जंगल के बीच निर्माणाधीन यूनिवर्सिटी मुख्यालय को तीन साल में भव्य रूप दिया और कैंपस को मूर्तरूप दिया। उनकी इसी विकासवादी कार्यशैली के बूते उत्तराखंड राजभवन ने उन्हें फिर से पूर्णकालिक कुलपति बना दिया है। तीन महीने से जारी कुलपति चयन की प्रक्रिया के बाद बुधवार शाम नियुक्ति आदेश जारी हो गया है।

कुमाऊं विश्वविद्यालय में भौतिक विज्ञान के प्राध्यापक प्रो० ओपीएस नेगी ने फरवरी 2019 में उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के रूप में कार्यभार ग्रहण किया था। इसी साल 8 फरवरी को उनका कार्यकाल पूरा हो गया था। राजभवन ने प्रो० नेगी को छ महीने का एक्सटेंशन दिया था। इसी बीच कुलपति पद पर नियुक्त के लिए विज्ञापन जारी कर आवेदन मांगे गए थे। पूरी प्रक्रिया के बाद उन्हीं के नाम पर अंतिम मुहर लगाई गई।

कुलपति रहते प्रो० ओपीएस नेगी के पिछले तीन साल के कार्यकाल को देखें तो यूओयू ने काफी तरक्की की है। सबसे बड़ी उपलब्धि यूनिवर्सिटी को 12 बी के मानकों पर लाने के आधारभूत संरचना और ढांचागत विकास किया गया है। यूओयू परिसर में खुद का साइंस ब्लॉक बनकर तैयार हो चुका है।

अब ओपन यूनिवर्सिटी अपने परिसर में विज्ञान से जुड़े शोध कार्य कर पाएगी। कुलपति आवास पर जहां हर साल 4 लाख से 5 लाख रुपये स्टूडेंट्स की फीस से खर्च होते थे, अब यूनिवर्सिटी कैंपस में कुलपति आवास बन चुका है। कर्मचारियों के लिए क्वाटर, अतिथिगृह, भव्य बहुउद्देशीय भवन का निर्माण कराया गया है।

प्रो० ओपीएस नेगी ने कुलपति रहते हुए 48 नियमित प्रोफेसर, सह प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति करने के साथ 70 अस्थाई शिक्षण और शिक्षणेत्तर कर्मचारी नियुक्त किए हैं। इसके अलावा डिजिटल शिक्षा की दिशा में उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी तेजी से आगे बढ़ी है। अभी यूओयू को राष्ट्रीय प्रत्यायन एवं मूल्यांकन परिषद (नैक) की ग्रेडिंग से जुड़ी प्रक्रिया चल रही है।

प्रो. नेगी द्वारा किए गए ढांचागत विकास और गुणवत्तापरक शिक्षा के बूते नैक की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग मिलने में कठिनाई नहीं होगी।


WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com