उत्तराखण्डः मोदी विजन को त्रिवेन्द्र सरकार ने उतारा धरातल पर
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड में प्रचण्ड बहुमत के साथ दुबारा सरकार बनाने जा रही है। भाजपा का दावा है कि जनता ने भाजपा सरकार के विकास कार्यों के चलते उन्हें सत्ता सौंपी हैं। भाजपा के इस शासनकाल में सबसे अधिक समय त्रिवेन्द्र सरकार रही। इस दौरान उन्होंने तकरीबन मोदी की योजनाओं को सौ फीसदी धरातल पर उतारने का काम किया।
त्रिवेन्द्र सिंह रावत बतौर सीएम करीब चार साल प्रदेश की जनता की सेवा की। इस अवधि में प्रदेश के विकास के लिए उन्होंने ऐतिहासिक कार्य किए गए। उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार चलाने का कार्य किया। हालांकि त्रिवेन्द्र रावत ने चार साल पूरा होने से पहले सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन भाजपा त्रिवेन्द्र सरकार के विकास कार्यों को लेकर ही जनता की बीच गई।
त्रिवेन्द्र सरकार की सबसे चर्चित योजना अटल आयुष्मान योजना रही है। आर्थिक तौर से कमजोर लोगों के लिए ये योजना किसी वरदान से कम नहीं है। इस योजना के तहत त्रिवेन्द्र सरकार ने मेडिकल सुविधा की सौगात राज्य के लोगों को दी। योजना के तहत राज्य के प्रत्येक परिवार का पांच लाख सालाना की फ्री मेडिकल सुविधा मुहैया कराई गई।
जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से जल योजना में राज्य के गरीब परिवारों को सरकार बड़ी राहत दी। सीएम रहते त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस योजना में गरीब परिवारों को 2350 रुपये की बजाए सिर्फ एक रुपये में पेयजल कनेक्शन मुहैया कराने का काम किया। देश में इस तरह का कदम उठाने वाला उत्तराखंड पहला राज्य है।
केद्र सरकार की प्रधानमंत्री उज्जवला योजना से कमजोर वर्ग के परिवारों खास तौर पर महिलाओं को काफी राहत मिली है। उत्तराखण्ड में इस योजना के तहत जो 4.08 लाख कनेक्शन बांटे गये। जिससे गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को धुएं से राहत मिली।
पीएम सड़क योजना के तहत त्रिवेन्द्र सरकार के दौरान प्रदेश में रिकार्ड सड़क निर्माण कार्य किया गया। इस दौरान प्रदेश में तकरीबन 6409 किलोमीटर सड़क का निर्माण हुआ। जिसके चलते राज्य में 657 बसावटें सड़क मार्ग से जुड़ी।
प्रदेश के काश्तकारों और किसानों को समृद्ध करने के लिए किसान सम्मान निधि के तहत प्रदेश के 8.57 लाख किसानों को तकरीबन 852.04 करोड़ का भुगतान किया गया। यही नहीं काश्तकारों को और स्वयं सहायता समूह को ब्याज मुक्त ऋण वितरित किये गये।