September 22, 2024

मुसलमानों का ठेकेदार बनने की कोशिश में लगा तुर्की, यूएन में उठाया कश्‍मीर मुद्दा

सऊदी अरब को किनारे करने और तालिबान जैसे आतंकी संगठन को सपोर्ट करने वाले तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन मुसलमानों का ठेकेदार बनने की कोशिश में लगे हुए हैं। भारत के खिलाफ हर मौके पर जहर उगलने वाले एर्दोगन ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र में विश्व नेताओं को अपने संबोधन में कश्मीर के मुद्दे का जिक्र किया है।

 

एर्दोगन ने जनरल डिबेट में अपने संबोधन में कहा, “हम 74 वर्षों से कश्मीर में चल रही समस्या को पार्टियों के बीच बातचीत के माध्यम से और प्रासंगिक संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के ढांचे के भीतर हल करने के पक्ष में अपना रुख बनाए रखते हैं।”

 

उस समय विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा है कि एर्दोगन की टिप्पणी न तो इतिहास की समझ और न ही कूटनीति के संचालन को दर्शाती है और इसका तुर्की के साथ भारत के संबंधों पर मजबूत प्रभाव पड़ेगा।

 

अमेरिका और यूरोपीय संघ के अलावा कई अन्य देशों ने चीन पर संसाधन संपन्न शिनजियांग में उइगरों के खिलाफ नरसंहार करने का आरोप लगाया है और मानवाधिकार समूहों द्वारा अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है।

एर्दोगन ने कहा, “हम बांग्लादेश और म्यांमार के शिविरों में कठिन परिस्थितियों में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों की सुरक्षित, स्वैच्छिक, सम्मानजनक वापसी सुनिश्चित करने का भी समर्थन करते हैं।”


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