September 22, 2024

उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को किया फोन, कहा- सरकार अस्थिर करने की हो रही कोशिश

कोरोना वायरस महामारी संकट और लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र में राजनीति बयारी भी बहने लगी है। उद्धव ठाकरे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर कहा है कि उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। यह दावा सूत्रों की तरफ से किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के फैसला का इंतजार किया जाए। इससे पहले राज्य मंत्रिमंडल ने सोमवार को मुख्यमंत्री ठाकरे को विधान परिषद में मनोनीत किए जाने का प्रस्ताव रखते हुए परिषद की दो खाली सीटों में से एक पर राज्यपाल के कोटे में उन्हें मनोनीत करने की सिफारिश की है। दरअसल, सीएम उद्धव ठाकरे विधान मंडल के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। ऐसे में उन्हें 28 मई तक विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना होगा।

28 नवंबर को ली थी शपथ

पिछले साल 28 नवंबर को शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने बतौर मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इससे ठीक छह महीने की अवधि के भीतर उन्हें विधायिका का सदस्य बनना होगा। अगर सदस्य बनने में वो असमर्थ होते हैं तो उन्हें इस्तीफा देना होगा। मालुम हो कि इस बारे में राज्यपाल ने अभी फैसला नहीं लिया है।

राज्यपाल कोटे से मनोनीत करने की सिफारिश

सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी और उद्धव ठाकरे को राज्यपाल द्वारा मनोनीत सदस्य के रूप में विधान परिषद में भेजने की मंत्रिमंडल की सिफारिश पर विचार करने का अनुरोध किया था। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल में राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट, जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल, खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे, संसदीय कार्य मंत्री अनिल परब और कपड़ा मंत्री असलम शेख शामिल थे।


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