महाराष्ट्र: ‘जबरन खींचकर, दंगा कराकर राजनीति करना…’, संजय राउत के सवाल का उद्धव ठाकरे ने क्या दिया जवाब?
संजय राउत ने उद्धव ठाकरे को एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति, मणिपुर हिंसा, हिंदुत्व के बारे में खुलकर सवालों का जवाब दिया है. संजय राउत ने उद्धव ठाकरे ने पूछा, ‘बालासाहेब के हिंदुत्व में देश था. उसमें धर्मांधता नहीं थी. जबरन खींचकर, दंगा कराकर राजनीति करना उन्हें पसंद नहीं था. लेकिन मौजूदा सरकार हिंदुत्व के नाम पर समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दों को राजनीति में ला रही है क्या?
उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे के बारे में क्या कहा?
इसपर उद्धव ठाकरे ने जवाब देते हुए कहा, ‘पहले एक बात स्पष्ट तौर पर बताने और सभी को स्पष्ट तरीके से समझने की आवश्यकता है. समान नागरिक कानून का आपने जो मुद्दा उठाया, उसे उस वक्त शिवसेना प्रमुख ने खुलकर समर्थन दिया ही था. अनुच्छेद 370 हटाने का खुले तौर पर समर्थन किया था. क्योंकि उस समय हिंदुत्व का एक सपना था. हिंदुत्व से प्यार था और उस हिंदुत्व की एक विचारधारा के कारण शिवसेना प्रमुख ने इन मुद्दों को खुलकर समर्थन दिया. उसी तरह मैंने भी दिया है.’
हिंदुत्व के मुद्दे पर क्या बोले ठाकरे?
हिंदुत्व के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘अब उनके हिंदुत्व को जांचने का समय आ गया है ये इसलिए मैं कहता हूं, तब जनसंघ की या उनकी घोषणा थी, एक विधान, एक निशान, एक प्रधान. अब उसमें ही उन्होंने जोड़ दिया ‘एक ही पार्टी’. जिसे मैं और जनता कदापि मंजूर नहीं कर सकते. देश एक मंजूर. एक निशान मंजूर. एक प्रधान कहें तो वो जनता द्वारा चुना हुआ होना चाहिए. लेकिन एक दल की यदि जब आप बात करते हो तो हम कभी भी मंजूर नहीं करेंगे.’ अभी का आपका हिंदुत्व, उस हिंदुत्व के नाम पर जो चाहो वो करोगे, तो यह इस देश में ही नहीं, बल्कि विश्व में हिंदू कदापि नहीं स्वीकारेंगे और इसलिए… हम कहते हैं कि मट्ठा भी फूंक-फूंक कर पीने का समय आता है.