मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार आज दिल्ली आएंगे उद्धव ठाकरे, पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात
महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शुक्रवार को यानी आज पहली बार राजधानी दिल्ली आएंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। इसकी जानकारी शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने एक ट्वीट में दी है। नवंबर में मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उद्धव ठाकरे की पहली दिल्ली यात्रा है। इस दौरान शिवसेना ने पीएम मोदी और उद्धव ठाकरे की मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट में लिखा है कि मुख्यमंत्री ठाकरे शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।संजय राउत ने गुरुवार को मराठी में एक ट्वीट किया जिसके अनुसार,”हां, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे दिल्ली में शुक्रवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे, यह एक शिष्टाचार मुलाकात होगी, किसी भी बात को तूल देने की आवश्यकता नहीं है, जय महाराष्ट्र।”
सोनिया और आडवाणी से भी कर सकते हैं मुलाकात
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलेंगे मुलाकात कर सकते है। इसके बाद उद्धव का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी मिलने का कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री ठाकरे शुक्रवार शाम 4 बजे दिल्ली पहुंचेंगे।
उद्धव ठाकरे की मोदी से यह दूसरी मुलाकात होगी
भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद उद्धव ठाकरे की मोदी से यह दूसरी मुलाकात होगी। शिवसेना और भाजपा गठबंधन टूटने के बाद पीएम मोदी से उद्धव की पहली बार मुलाकात पुणे में पुलिस महानिदेशक परिषद को संबोधित करने पहुंचने के दौरान हुई थी। उस समय प्रोटोकॉल और शिष्टाचार के तहत उद्धव ठाकरे ने एयरपोर्ट पर मोदी का स्वागत किया था और फिर मुंबई लौट आए थे। लेकिन उसके बाद दोनो के बीच कोई अधिकारिक बातचीत नहीं हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उद्धव ठाकरे की मुलाकात राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात में उद्धव ठाकरे राज्य के किसानों की कर्ज माफी सहित राज्य की विभिन्न परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार से मदद मांग सकते हैं।
28 नवंबर को ली थी मुख्यमंत्री पद की शपथ
उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्हें सर्वसम्मति से तीन दलों के महा विकास अघाड़ी का नेता चुना गया था। महा विकास अघाड़ी में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गठबंधन दल हैं।
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के अगुवाई वाले दल शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से नाता तोड़कर वैचारिक रूप से अपने धुर विरोधी दल एनसीपी और कांग्रेस से गठबंधन कर लिया था। महाराष्ट्र में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हुए थे लेकिन काफी उठा-पटक के बाद नवंबर में सरकार का गठन हुआ था।