आज़म के बहाने सपा कार्यकर्ताओं में जान फूंकने की कोशिश कर रहे मुलायम सिंह यादव
लोकसभा चुनाव में हार और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन टूटने के बाद हताश कार्यकर्ताओं में जान फूंकने के लिए सही समय के इंतजार में बैठी सपा को यह मौका पार्टी के सांसद आज़म खान के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई से मिलता दिख रहा है. जौहर यूनिवर्सिटी मामले में आज़म और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में मुलायम सिंह द्वारा आज की गयी प्रेस कॉन्फ्रेंस इस बात का संकेत दे रही है.
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव अपनी पार्टी के नेता आजम खान के बचाव में उतर आए हैं. मुलायम ने कहा कि आजम पर गलत तरीके से केस दर्ज किए गए. उनके ऊपर बेबुनियाद जमीन हड़पने के आरोप लगाए गए. आजम ने गरीबों की लड़ाई लड़ी. चंदे के पैसे से जौहर यूनिवर्सिटी बनाई, जिसमें देश-विदेश के छात्र पढ़ते हैं.
मुलायम ने इस कार्रवाई के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन चलाने का ऐलान कर दिया उनके इस ऐलान से एक तरफ जहाँ पार्टी अब आज़म खान के मुद्दे पर पूरी कार्यकर्ताओं को एक जुट दिखाने की कोशिश करेंगे वहीं निराश और हताश कार्यकर्ताओं को फिर से एक्टिव करेगी.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में हार के बाद बसपा के आरोपों पर पार्टी अध्यक्ष की चुप्पी से उनके नेतृत्व पर सवाल उठ रहे थे. इतना ही नहीं हार की समीक्षा की जगह लंदन में छुट्टियां मनाने के साथ ही आज़म पर कार्रवाई के खिलाफ कोई एक्शन न लेना भी सवाल उठा रहा था. पिछले दिनों सोनभद्र नरसंहार के मुद्दे पर सरकार को घेरने में वो प्रियंका गांधी से पिछड़ते नजर आए.
जिसे से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता निराश और हताश हो गये थे. कार्यकर्ताओं और पार्टी की स्थिति को देखते हुए समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव आज मोर्चा सभाला और अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस से कार्यकर्ताओं और पार्टी में नया जोश भरने की कोशिश की है.