डिंपल यादव को मैनपुरी से चुनाव लड़ाना मजबूरी! इन वजहों से बढ़ी हुई है अखिलेश की टेंशन
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी उपचुनाव सबसे ज्यादा सियासी चर्चा में बना हुआ है. समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि अभी बीजेपी ने इस सीट पर उम्मीदवार के नाम का एलान नहीं किया है. सूत्रों के अनुसार बीजेपी अपर्णा यादव को उम्मीदवार बना सकती है. लेकिन डिंपल यादव के लिए ये चुनाव चुनौतियों से भरा हुआ होगा.
दरअसल, बीते उपचुनाव पर नजर डाली जाए तो समाजवादी पार्टी को अपने ही गढ़ में हार का सामना करना पड़ा है. यूपी विधानसभा चुनाव के बाद विधानसभा में विपक्ष का नेता बनने के बाद अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से इस्तीफा दिया था. इसके अलावा रामपुर सीट से आजम खान ने भी विधायक बनने के बाद इस्तीफा दिया. जिसके बाद इन दोनों ही सीटों उपचुनाव हुआ.
लग चुके हैं दो झटके
लेकिन उपचुनाव में अपने दोनों ही गढ़ों में सपा को हार का सामना करना पड़ा. आजमगढ़ में बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने जीत दर्ज की. जबकि रामपुर में बीजेपी के घनश्याम लोधी ने भी जीत कर सपा के गढ़ को भेद दिया. इन दोनों ही सीटों के बाद अब सपा के लिए ‘अभेद्य किला’ रहे मैनपुरी में उपचुनाव हो रहा है. दशकों से यहां सपा लगातार जीत दर्ज करते आ रही है.
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अब इस सीट पर भी बीजेपी सपा को सीधे चुनौती दे रही है. सूत्रों का कहना है कि डिंपल यादव के खिलाफ बीजेपी अपर्णा यादव को उम्मीदवार बना सकती है. ऐसे में नेताजी की दोनों बहुओं के बीच कांटे की टक्कर होगी. इस वजह से अखिलेश यादव के लिए भी चुनौती बढ़ सकती है क्योंकि बीते लोकसभा उपचुनाव के अलावा विधानसभा चुनावों में उन्हें पहले झटका लगता रहा है.