मुख्यमंत्री योगी ने मुंबई में लॉन्च किया ‘UP इंवेस्टर्स समिट-2018’ का लोगो
अगले साल 21 और 22 फरवरी को लखनऊ में होने वाले अंतरराष्ट्रीय इंवेस्टर्स समिट- 2018 की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समिट के तैयारियों की कमान खुद संभाल रखी है। शुक्रवार 22 दिसंबर को योगी आदित्यनाथ मुंबई में इस समिट का लोगो और टैगलाइन लॉन्च किया।
सीएम योगी ने मुंबई के ट्राइडेंट होटल में यूपी इंवेस्टर्स समिट-2018 के लिए आयोजित कार्यक्रम में बैंकर्स से मुलाकात की और देश के बड़े उद्योगपतियों को इंवेस्टर्स समिट में आने का न्योता दिया। योगी ने बैंकर्स को यूपी सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी और सभी को उत्तर प्रदेश में रीजनल ऑफिस खोलने के लिए आमंत्रित किया।
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा 21 व 22 फरवरी, 2018 को लखनऊ में ‘इंवेस्टर्स समिट-2018’ का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन से सरकार को बड़े पैमाने पर औद्योगिक पूंजी निवेश की संभावना दिखाई दे रही है। साथ ही युवाओं के लिए रोजगार योगी सरकार की प्राथमिकताओं में है। सरकार का मकसद पूंजी निवेश के जरिए युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर देना है।
योगी सरकार का दावा है कि नई सरकार ने औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति, सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्ट-अप नीति, एग्रो और खाद्य प्रसंस्करण के संबंध में नीतियां लागू की हैं, जिसका प्रदर्शन ‘इंवेस्टर्स समिट-2018’ में देश-विदेश के महत्वपूर्ण औद्योगिक घरानों और निवेशकों के सामने किया जाएगा।
मुंबई के ट्राइडेंट होटल में सीएम योगी के नेतृत्व में हुए आयोजन में रिलायंस इंडस्ट्रीज के श्री मुकेश अंबानी, टाटा ट्रस्ट्स के श्री रतन टाटा, टाटा ग्रुप के श्री एन चंद्रशेखरन, महेन्द्रा एंड महेन्द्रा ग्रुप के श्री पवन गोयनका, एस्सेल ग्रुप के श्री सुभाष चंद्रा, हिंदुजा ग्रुप के श्री अशोक हिदुंजा, एचडीएफसी लिमेटड के श्री दीपक पारेख, बजाज इलेक्ट्रिकल्स लिमेटड के श्री शेखर बजाज, अरविंद ग्रुप के श्री अरविंद लालभाई, टॉरेंड ग्रुप के श्री सुधीर मेहता, अजंता फार्मा के श्री मधुसूदन अग्रवाल, गीतांजलि ग्रुप के श्री मेहुल चोकसी मौजूद रहे।
योगी सरकार में सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार सिंह के मुताबिक सरकार का फोकस ईज ऑफ डूइंग बिजनस पर है। हम पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनाने जा रहे हैं। 15 नए एअरपोर्ट बन रहे हैं। सरकार एकल खिड़की पर फोकस कर रही है और देश के औद्योगिक घरानों से मिल रही प्रतिक्रियाएं उत्साहवर्धक हैं।