Mission 2024: क्या बीजेपी संगठन में होने वाला है बड़ा फेरबदल? जल्द दिल्ली में होगी राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक 16 और 17 जनवरी को दिल्ली में होनी है. जिसकी अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे. यूपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह सैनी भी इस बैठक में शामिल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यसमिति की बैठक में मौजूद रहेंगे.
माना जा रहा है कि इस बैठक से पहले उत्तर प्रदेश में बीजेपी संगठन में कुछ फेरबदल हो सकते हैं. खासतौर से उन लोगों को बदला जा सकता है जो सरकार और संगठन दोनों में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. इसके अलावा क्षेत्रीय अध्यक्षों को भी बदला जा सकता है जबकि कुछ मोर्चों के अध्यक्ष भी बदले जा सकते हैं.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में संगठन में बदलाव की बात तो लंबे समय से हो रही है, लेकिन इस बात को और बल तब मिल गया. जब पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बी एल संतोष 2 दिन के लखनऊ दौरे पर आए और फिर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संगठन में कुछ आंशिक फेरबदल जल्द होंगे. ऐसे में अब पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई है और उसमें सभी को पूरी तैयारी के साथ आने के भी निर्देश दिए गए हैं.
राज्य में ये है बीजेपी संगठन का समीकरण
उत्तर प्रदेश बीजेपी संगठन की अगर बात करें तो प्रदेश में बीजेपी के 18 उपाध्यक्ष हैं जिसमें अरविंद शर्मा नगर विकास मंत्री हैं. दयाशंकर सिंह परिवहन मंत्री हैं. इन दोनों को लेकर माना जा रहा है कि बदला जाएगा. वहीं प्रदेश में 6 महामंत्री हैं जिसमें जेपीएस राठौर सरकार में सहकारिता मंत्री हैं. उनकी जगह भी किसी नए व्यक्ति को जिम्मेदारी दी जा सकती है.
साथ ही संगठन में कुल 15 मंत्री हैं. इनमे आधे से ज्यादा को बदले जाने की चर्चा है. बीजेपी के उत्तर प्रदेश में कुल सात अलग-अलग मोर्चे हैं, जिसमें पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप सरकार में मंत्री हैं, बदलाव वाली लिस्ट में उनका भी नाम शामिल है. इसके अलावा इन मोर्चा में आधे से ज्यादा के प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की तैयारी है. खासतौर से युवा मोर्चा महिला मोर्चा, पिछड़ा वर्ग मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा हैं.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने अपने संगठन को 6 क्षेत्रों में बांटा है. 6 क्षेत्रीय अध्यक्ष में से माना जा रहा है कि 4 क्षेत्रीय अध्यक्षों को संगठन में होने वाले बदलाव के तहत चेंज किया जाएगा, यानी वहां पर भी नए लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी. इनमें कुछ क्षेत्रीय अध्यक्षों को प्रदेश टीम में भी जगह मिल सकती है और इन बदलाव के बाद बारी आएगी जिला अध्यक्षों के बदलाव की. दरअसल बीजेपी की यह तैयारी 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर है और ऐसे में पार्टी की कोशिश यह है कि नई टीम को 2024 से पहले समय मिल जाए जिससे वह चीजों को समझ कर अपनी रणनीति तैयार करें और बीजेपी का 80 में 80 सीट जीतने का जो लक्ष्य है वह पूरा हो सके.