बीजेपी का मिशन, 2017 में जिन सीटों पर नहीं खिला था कमल, उनका बदलेंगे समीकरण, सीएम योगी ने लिया जिम्मा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव हर दिन और नजदीक आते जा रहे हैं और हर दिन सभी पार्टियों का जज्बा और भी बढ़ता जा रहा है. इसी क्रम में साल 2017 के चुनाव में 325 सीटें लाने वाली भाजपा ने इस बार कम से कम 350 सीटों का लक्ष्य रखा है. 2017 का ‘अबकी बार 300 पार’ वाला नारा अब बदल कर 2022 में ‘अबकी बार 350 पार’ हो गया है. इसी के साथ पार्टी के रणनीतिकारों ने ऐसा मास्टरप्लान तैयार किया है, जिससे जीत तय की जा सके. इस बार पार्टी का पहला फोकस उन 80 सीटों पर रहेगा, जहां पिछले चुनाव में भाजपा हारी थी. माना जा रहा है कि अब बीजेपी उन सीटों का समीकरण बदलने की कोशिश कर सकती है.
सरकार ने सभी 75 जिलों का विकास साथ किया
इसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को दी गई है. सीएम योगी ने अपने कार्यकाल में पूरी कोशिश की है कि प्रदेस के सभी जिलों का विकास एक साथ हो. इसके लिए एक जिला एक उत्पाद योजना भी शुरू की गई थी. इसी के आधार पर ‘एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज’ की नीति भी तैयार की गई. इसके अलावा, ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के बल पर भी बीजेपी जनता का दिल जीतने की कोशिश करती रही है. इसी के साथ, हर एक विधानसभा क्षेत्र में एक टूरिस्ट प्लेस डेवलप की जा रही है, ताकि इकोनॉमी का फ्लो बढ़े.
हारी हुई 80 सीटों पर फोकस
योगी सरकार की कोशिशें पार्टी का भरोसा बन गई हैं कि जनता बीजेपी से खुश है और अगले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी पिछली बार से ज्यादा मजबूती से वापस आएगी. हालांकि, भाजपा को अभी भी उन 80 सीटों की चिंता है, जो उसके पास नहीं आई थीं. इसलिए कुछ समय पहले विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों के साथ एक मीटिंग की गई थी, जिसमें उनसे जानकारी जुटाई गई कि अभी तक इन सीटों पर क्या-क्या बदला है.
सीएम योगी और स्वतंत्र देव ने लिया विजय अभियान का जिम्मा
बीते सोमवार सीएम योगी जब पार्टी मुख्यालय पहुंचे तो उन्होंने बताया कि प्रदेश में चलने वाले विजय अभियान का जिम्मा वह और स्वतंत्र देव सिंह ले रहे हैं. इसी क्रम में बीजेपी ने कुशीनगर में जनसभा भी की थी. उस दौरान स्वतंत्र देव सिंह ने कहा था कि बीजेपी के हाथ से कई सीटें बड़े कम अंतर से निकल गई थीं. ऐसे में हारी हुई सीटों का अध्ययन अच्छे से किया गया. संगठन के कार्यकर्ता ग्राउंड लेवल पर काम कर रहे हैं. अब हर क्षेत्र में लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसी के साथ सीएम योगी और स्वतंत्र देव सिंह दोनों पहुंच कर जनता से संवाद करेंगे.