पशुपालन विभागः वेटरिनरी फार्मासिस्टों के तबादला आदेशों पर लगी रोक, सुगम में हुए थे ट्रांसफर
देहरादून। सुगम दुर्गम के खेल में सूबे का पशुपालन विभाग अछूता नहीं है। कहने को प्रदेश के सरकारी विभागों में तबादलों के लिए एक अलग से कानून हैं। लेकिन शायद ही सरकारी विभागों के जिम्मेदार इस कानून से इत्तेफाक रखते हो। जिस तरीके से पशुपालन विभाग के जिम्मेदारों ने स्वास्थ्य और पारिवारिक आधार में वेटरिनरी फार्मासिस्टों के तबादले किये और दो दिन बाद ही अपने ही फैसले पर रोक लगा दी है। वो एक बार फिर ट्रांसफर में होने वाले बड़े खेल की तरफ इशारा करता है।
पशुपालन निदेशक डा० प्रेम कुमार के हवाले से जारी कार्यालय आदेश के मुताबिक विभाग के अन्तर्गत दुर्गम पशुचिकित्सालयों में तैनात कुल 15 वेटरिनरी फार्मासिस्टों का स्थानान्तरण उनके स्वास्थ्य एवं पारिवारिक परिस्थितियों के कारण सुगम पशुचिकित्सालयों में किया गया था, को अग्रिम आदेशों तक स्थगित किया जाता है। निदेशक ने मुख्य मुख्यचिकित्सा अधिकारियों को आदेश करते हुए कहा कि किसी भी वेटरिनरी फार्मासिस्ट को अगले आदेश तक स्थानान्तरित स्थान हेतु कार्यमुक्त न किया जाए।
मजेदार बात ये कि विभाग के जिम्मेदारों की ओर से 2 जून को ही स्थानान्तरण के आदेश जारी किये गये थे। लेकिन उसके बाद दो दिन बाद ही यानि चार जून के विभाग के जिम्मेदार इस आदेश को स्थगित कर देते हैं।