November 23, 2024

खुलासा: अतिथि शिक्षक पर भारी शिक्षा विभाग की लापरवाही, खुले आम हुआ नियमों का उल्लंघन

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देहरादून: शिक्षा विभाग में कुछ अधिकारी खेल करने में इतने माहिर हैं कि अपनों को लाभ पहुँचाने के लिए बेखौफ नियम कानूनों की धज्जियाँ उड़ा देते हैं। ऐसा ही कुछ देहरादून में अतिथि शिक्षिका भारती बहुगुणा के समायोजन में हुआ।

भारती बहुगुणा का चयन अतिथि शिक्षक रसायन विज्ञान पद हेतु श्रेष्ठता सूची में प्रथम स्थान पर हुआ। वह राजकीय इण्टर कॉलेज मियाँवाला में कार्यरत थी किन्तु नवंबर माह 2020 में प्रवक्ता पद पर पदोन्नति के अन्तर्गत रसायन विज्ञान पद पर पदस्थापना होने के कारण उनको राजकीय इण्टर कालेज मियाँवाला से कार्यमुक्त कर दिया गया।

नियमानुसार भारती बहुगुणा को मेरिट एवं विकल्प के अनुसार अन्य विद्यालय में समायोजित किया जाना था किन्तु मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से निर्गत प्रभावित अतिथि शिक्षकों के समायोजन संबंधी सूची में भारती बहुगुणा को जानबूझ कर छोड़ दिया गया तथा भारती बहुगुणा से मेरिट में कम स्थान प्राप्त अतिथि शिक्षिका रश्मि उनियाल को रा0इ0का0 नथुआवाला देहरादून समायोजित कर दिया गया।

भारती बहुगुणा द्वारा प्रत्यावेदन देने पर भी जब मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून द्वारा प्रकरण का निस्तारण नहीं किया गया तो उन्होंने निदेशक, माध्यमिक शिक्षा उत्तराखण्ड को प्रत्यावेदन देकर रा0बा0इ0का0 कारगी देहरादून में प्रवक्ता रसायन विज्ञान के रिक्त पद पर समायोजन हेतु अनुरोध किया।

उधर रा0इ0का0 नथुआवाला देहरादून में प्रवक्ता रसायन विज्ञान पर पहले से ही किसी अन्य प्रवक्ता के संबद्ध होने के कारण रश्मि उनियाल को कार्यभार ग्रहण नहीं करने दिया गया। ऐसे में मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा भारती बहुगुणा के प्रत्यावेदन को जानबूझ कर दबाकर केवल रश्मि उनियाल के ही प्रकरण को मण्डल स्तर पर भेज कर सुनियोजित रुप से रा0बा0इ0का0 कारगी देहरादून में समायोजित किया गया। 

यही नहीं रश्मि उनियाल को लाभ पहुँचाने के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा निदेशक माध्यमिक शिक्षा के निर्देशों की भी अनदेखी की गयी, मामला अब महानिदेशक विधालयी शिक्षा के कार्यालय में जाँच हेतु पहुँच चुका है। किन्तु शिक्षा विभाग के अधिकारियों का ऐसा दुस्साहस और नियम कानूनों को ठेंगा दिखाना सरकार के लिए शुभ संकेत नहीं है।