राहुल गांधी से मुलाकात के बाद हरीश रावत की नाराजगी दूर, बोले- कांग्रेस के लिए अपनी जिंदगी लुटाऊंगा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत की राहुल गांधी से मुलाकात के बाद नाराजगी दूर हो गई है। राहुल गांधी के मुलाकात के बाद हरीश रावत ने कहा कि वो मैं अपनी जिंदगी कांग्रेस के लिए लुटाऊंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं ही उत्तराखंड विधान सभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की अगुवाई करूंगा। हालांकि मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला चुनाव के बाद होगा।
"Kadam, kadam badhaye ja, Congress ke geet gaye ja…I will be the face of election campaigning in Uttarakhand," says Congress leader Harish Rawat after meeting of Uttarakhand Congress leaders with the party leadership at Rahul Gandhi's residence in Delhi pic.twitter.com/cLJqr170uT
— ANI (@ANI) December 24, 2021
दिल्ली में बैठक के बाद हरीश रावत ने कहा कि कदम, कदम बढ़ाए जा, कांग्रेस के गीत गाए जा… मैं उत्तराखंड में चुनाव प्रचार का चेहरा बनूंगा। कांग्रेस अध्यक्ष के पास हमेशा ये विशेषाधिकार रहा है कि चुनाव के बाद पार्टी बैठती है, कांग्रेस अध्यक्ष को नेता के संबंध में अपनी राय देते हैं और कांग्रेस अध्यक्ष नेता तय करती हैं। कैंपेन कमेटी के चेयरमैन के रूप में मैं चुनाव का नेतृत्व करूंगा।
कांग्रेस अध्यक्ष के पास हमेशा ये विशेषाधिकार रहा है कि चुनाव के बाद पार्टी बैठती है, कांग्रेस अध्यक्ष को नेता के संबंध में अपनी राय देते हैं और कांग्रेस अध्यक्ष नेता तय करती हैं। कैंपेन कमेटी के चेयरमैन के रूप में मैं चुनाव का नेतृत्व करूंगा: दिल्ली में बैठक के बाद हरीश रावत pic.twitter.com/BelFtLidek
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2021
आपको बता दें कि हरीश रावत कांग्रेस हाईकमान से नाराज चल रहे थे। बुधवार को उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कांग्रेस की सियासत में सरगर्मी पैदा कर दी थी। हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा था कि ‘है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है।
#चुनाव_रूपी_समुद्र
है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है,
1/2 pic.twitter.com/wc4LKVi1oc— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) December 22, 2021
जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिए, अब विश्राम का समय है!’
#चुनाव_रूपी_समुद्र
है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है,
1/2 pic.twitter.com/wc4LKVi1oc— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) December 22, 2021
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है “न दैन्यं न पलायनम्” बड़ी उहापोह की स्थिति में हूं, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि भगवना केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे।’