उत्तराखण्डः सरकारी अस्पतालों में तैनात होंगे प्राइवेट विशेषज्ञ डाक्टर
देहरादून। राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए प्राइवेट अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों को सरकारी अस्पतालों में तैनाती दी जाएगी। इसके तहत डाक्टरों को रोस्टर के तहत कुछ समय के लिए अलग-अलग अस्पतालों में तैनात किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ० धन सिंह रावत के निर्देश पर तैयार की गई इस योजना के तहत देश के कई मेडिकल कॉलेजों से अनुबंध किया जाएगा। जिसके तहत विशेषज्ञ डॉक्टरों को कुछ महीनों के लिए दुर्गम अस्पतालों में तैनाती दी जाएगी। कुछ समय बाद उनके स्थान पर मेडिकल कॉलेज दूसरे विशेषज्ञों की यहां पर तैनात कर देगा। इस तरह दो से तीन महीने के रोस्टर पर अस्पतालों में डॉक्टर दिए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने बताया कि प्राइवेट विशेष डॉक्टर यदि राज्य के अस्पतालों में काम करने आते है तो सरकार उन्हें दो, तीन लाख रूपये का मानदेय देने को भी तैयार है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टर न होने से अस्पतालों में इलाज में दिक्कत आ रही है। सरकार की कोशिश है कि राज्य को कुछ विशेषज्ञ डॉक्टर मिल जाए।
राज्य में एमबीबीएस डॉक्टरों के अधिकांश पद भर चुके है, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों के 540 पद खाली है। राज्य में महिला रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, एनस्थीसिया, रेडियोलॉजिस्ट, नेफ्रोलॉजिस्ट, न्यूरो सर्जन सहित सभी तरह के विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है और अस्पतालों में एक दो से अधिक डॉक्टर नहीं है।