शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन 2,533 करोड़ का अनुपूरक बजट हुआ पेश।
देहरादून। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन में अनुपूरक बजट पास हो गया है। संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने सदन में कुल 2,533 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया। त्रिवेंद्र सरकार ने इस बार कई नए मद में धन की व्यवस्था की है। अनुपूरक बजट में वित्तीय वर्ष बीतने के पहले अगर बजट अपर्याप्त होता है तो उसकी मांग सदन में पेश की जाती है। यह अनुपूरक बजट कहलाता है। अनुपूरक अनुदानों की मांगें वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पहले सदन में पेश की जाती हैं। अनुपूरक में त्रिवेंद्र सरकार ने कुंभ के लिए 100 करोड़, जम्रनी बांध के लिए 50 करोड़ की व्यवस्था की है। विश्व बैंक सहायक ग्रामीण पेयजल एवं पर्यावरण स्वच्छता पर योजना के अंतर्गत 70 करोड़, केंद्रीय सहायता योजनाओं के अंतर्गत 848.11 करोड़, सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम हेतु 20 करोड़, पुलिस इंटरसेप्टर वाहनों के क्रय हेतु एक करोड़, पुलिस विभाग के आवासीय/अनावासीय भवनों के निर्माण हेतु चार करोड़ का प्राविधान है।
इसके अलावा जिलों का निर्माण भूमि क्रय हेतु 10 करोड़, शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत प्रतिपूर्ति के लिए 107.41 करोड़, राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अधिनियम हेतु 5 करोड़, राजकीय उपाधि महाविद्यालय हेतु 40.30 करोड़, राजकीय महाविद्यालयों विश्वविद्यालयों में एडुवैट के माध्यम से शिक्षा हेतु एक करोड़, इंजीनियरिंग कॉलेज द्वाराहाट हेतु 5 करोड़ का प्राविधान है।
साथ ही उत्तराखंड आवासीय विद्यालय जहरीखाल पौड़ी का भवन निर्माण हेतु 1.76 करोड़, छात्रावासों का निर्माण हेतु 6 करोड़ का प्राविधान है। रूसा के अंतर्गत विश्वविद्यालय शासकीय तथा अशासकीय महाविद्यालयों के भवन निर्माण हेतु 40 करोड़ का प्राविधान. ग्रामीण क्षेत्रों में मिनी स्टेडियम हेतु दो करोड़ का प्राविधान. राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन हेतु 5.50 करोड़ का प्राविधान. बेस चिकित्सालय पिथौरागढ़ का निर्माण हेतु 5 करोड़ का प्राविधान है।