UTTRAKHAND: पहाड़ों में हुई सीजन की पहली बर्फबारी
चमोली में बदरीनाथ के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बीते दिन जमकर बर्फबारी हो रही है। जबकि निचले इलाकों में बूंदाबांदी होने से कड़ाके की ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। चीन सीमा क्षेत्र के माणा पास, घस्तोली, बाड़ाहोती, सुमना क्षेत्र में देर शाम से बर्फबारी हो रही है. यही हाल हेमकुंड साहिब क्षेत्र में भी है. वहीं बर्फबारी होने से पर्यटन से जुड़े व्यवसायियों के चेहरे खिले हुए हैं।
पहाड़ों में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। चमोली में विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली, बद्रीनाथ धाम , हेमकुंड साहिब और जोशीमठ नगर क्षेत्र में बर्फबारी होने से एक और जहां तापमान में गिरावट दर्ज की गई तो वही किसानों के साथ-साथ पहाड़ घूमने आए पर्यटकों के चेहरे भी खिल चुके हैं वहीं दूसरी तरफ नीति घाटी में भी अच्छी बर्फबारी है घाटी के साथ-साथ चमोली के लोगों को बारिश और बर्फबारी का लंबे समय से इंतजार था उम्मीद है कि क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले हुई बर्फबारी के बाद पर्यटक स्टेशनों का रुख करेंगे।
पहाड़ों की रानी मसूरी में पहली हल्की बर्फबारी
पहाड़ों की रानी मसूरी में पहली हल्की बर्फबारी हुई है जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है वहीं ठंड से लोगों का हाल बेहाल है मसूरी के आसपास के क्षेत्र के साथ मसूरी के लाल टिब्बा कैमल बैक रोड अटल गार्डन आदि जगह हिमपात होने से लोगों के चेहरे खिल गए हैं देर रात को हुए हल्की बर्फबारी के बाद सुबह मसूरीनें सफेद चादर ओढ़े हुए थी को देखना स्थानीय लोग के चेहरे के लिए वही देश-विदेश से मसूरी आ रखे पर्यटक भी इस हल्की बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं।
लोगों की माने तो मसूरी में दिसंबर माह में हल्की बर्फबारी होने का मसूरी में इस बार अच्छी बर्फबारी होगी जिससे मसूरी के आसपास के काश्तकारों को भी लाभ मिलेगा । वहीं पर्यटन की दृष्टि से भी यह काफी लाभदायक होगा ।
वही दूसरी ओर मसूरी में बढ़ती ठंड को लेकर अभी तक प्रशासन द्वारा मुख्य चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है जिससे मजदूर और गरीब वर्ग को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । स्थानीय लोगों ने मांग की है कि मसूरी के मुख्य चौको में पूर्व की तरह अलावा की व्यवस्था की जाए वहीं गरीब लोगों को कंबल आदि का वितरण भी किया जाए जिससे कि उनको ठंड से बचाया जा सके